नई दिल्ली। रोहिणी स्थित मंदबुद्धि गृह आशा किरण मामले को लेकर दिल्ली सरकार सख्त हो गई है। आशा किरण में रह रही महिलाओं की पुरुष स्टाफ द्वारा सीसीटीवी मॉनीटीरिंग के मुददे पर सख्ती दिखाते हुए अब दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री एवं समाज कल्याण मंत्री मनीष सिसोदिया ने आशा किरण गृह की गत 10 दिनों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई है।
डिप्टी सीएम ने मंगलवार को आदेश दिए कि आशा किरण गृह में महिलाओं की मॉनीटीरिंग संबंधी गत 10 दिनों की सारी सीसीटीवी फुटेज उन्हें तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
आशा किरण में महिलाओं के नहाने एवं कॉरिडोर में नंगे घूमने की सीसीटीवी मॉनीटीरिंग पुरुष कर्मचारियों द्वारा किए जाने पर नाराजगी जताते हुए सिसोदिया ने कहा कि यह शर्मनाक है। इतने संवेदनशील मामले में दोषियों की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।
सीसीटीवी फुटेज प्राप्त होने के बाद पता चलेगा कि किस कर्मचारी की कहां डयूटी लगी थी और इस दौरान वह कहां था। साथ ही उपस्थिति रजिस्टर एवं अन्य चीजों में संभावित हेरफेर एवं वहां व्याप्त अनियमितताओं के बारे में भी फुटेज से पता चल सकेगा। उन्होंने कहा कि गलती करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।
हालांकि मुख्य सचिव एमएम कुटटी ने आशा किरण संबंधित रिपोर्ट मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंप दी। लेकिन सरकार ने इस रिपोर्ट के तथ्यों के बारे में अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है।
जानकारी हो कि गतदिनों दिल्ली महिला आयोग ने आशा किरण गृह का निरीक्षण किया था जिसमें कई अनियमितताएं पाई गईं। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समाज कल्याण सचिव को इस मामले पर रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे।