गुना। जिले मेंं बढ़ते अपराधों के क्रम में बदमाशों ने एक बेहद दुस्साहिक घटना को अंजाम दिया है। वारदात में बदमाशों ने पाटई के आगे चलती बस में घुसकर पुलिस बल पर हमला बोला है। जिसमें एक सिपाही की सिर में गोली लगने से मौत हो गई। इसके साथ ही अन्य पुलिसकर्मी भी बाल-बाल बचे हैं।
घटना को अंजाम देकर हमलाकर बस से कूदकर भाग गए। हालांकि वह अपने साथी को छुड़ाने के मकसद में कामयाब नहीं हो पाए। बताया जाता है कि बदमाश जिस कैदी को छुड़ाने आए थे उसके ऊपर हत्या, लूट सहित कई मामले दर्ज है। एक मामले में हुई सजा मेंं वह गुना जेल में बंद हैं।
घटना के समय पुलिस बल आरोपी की शिवपुरी से पेशी कराकर बस से वापस गुना जेल ला रहे थे। बताया जाता है कि बैरसिया के सेमरीकला निवासी (23) लोकेश दांगी गुना जिले के सिरसी पेट्रोल पम्प की लूट के मामले में हुई सजा में गुना जेल में बंद है।
उसे शिवपुरी के सुभाषपुरा क्षेत्र में हुई एक लूट के मामले की सुनवाई के लिए बुधवार सुबह पुलिस लाइन गुना से शिवपुरी ले जाया गया था। कैदी को शिवपुरी हेड कांस्टेबल राजेश बघेल, आरक्षक अशोक कुरैती और रामरूप ले गए थे। वहां से पेशी कराने के बाद कैदी को लेकर शिवपुरी से गुना के लिए देर शाम रावत बस सर्विस से पुलिस बल वापस लौट रहा था।
इसी दौरान बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया। बस में बैठे एक यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सिलवटपुरा से दो मोटरसाइकिल पर चार बदमाश बस के पीछे लग गए थे। यह बदमाश बार-बार बस को रोकने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान पाटई से आगे बस की गति धीमी हुई तो यह बदमाश बस में चढ़ गए।
इसके बाद बदमाशों ने पुलिस बल पर निशाना साधकर गोली चलाना शुरु कर दी। इनमें से एक गोली आरक्षक अशोक कुरैती को लगी। अन्य पुलिसकर्मियों एवं यात्रियों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। पुलिसकर्मियों ने इसके बाद भी जब लोकेश को नहीं छोड़ा घटना के बाद चालक ने बस को रोकने की बजाए उसकी गति बढ़ा दी और सीधे गुना आकर ही ब्रेक लगाए।
यहां गंभीर घायल अवस्था में सबसे पहले आरक्षक अशोक कुरैती को जिला अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। मृतक आरक्षक कुरैती मंडला का रहने वाला था।
इस बीच पुलिस अधीक्षक अविनाश सिंह, एएसपी सत्येन्द्र सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी जिला अस्पताल पहुंच गए थे। घटना को लेकर यात्रियों के बताए अनुसार बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि पुलिस ने बंदूकें होने के बावजूद बदमाशों पर जवाबी हमला क्यों नहीं किया।