नई दिल्ली। टॉक-टू-एके मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो की जांच को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जैसे प्रधानमंत्री कार्यालय ने केन्द्र सरकार की योजनाओं के डिजिटल कैंपेन का ठेका दिया है। वैसे ही टॉक-टू-एके के कैंपेन का ठेका मनीष ने दिया है। ऐसे में जब मोदीजी मनीष के खिलाफ सीबीआई की जांच करा रहे हैं तो उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दोनों मामले एक जैसे हैं लेकिन इन पर कार्रवाई अलग-अलग तरीके से हो रही है। वहीं शुक्रवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रधानमंत्री कार्यालय में आरटीआई दाखिल कर मेक इन इंडिया, नमो एप, स्टार्ट अप इंडिया तथा डिजिटल इंडिया जैसी योजनओं के विज्ञापनों के सोशल मीडिया पर प्रचार संबंधी प्रक्रिया की जानकारी मांगी है।
आरटीआई दाखिल करने के बाद सिसोदिया ने कहा कि टॉक-टू-एके कैंपेन को लेकर हमारे ऊपर सवाल उठाए गए। सोशल मीडिया पर विज्ञापन की क्रेडिट लिमिट होती है साथ ही इसके लिए किसी का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया जाता है।
अब हम आरटीआई के माध्यम से जानना चाहते हैं कि मोदीजी के चार बड़े एप के कैंपेन का भारत सरकार सोशल मीडिया पर किस प्रकार प्रचार कर रही है। इसके लिए कितनी क्रेडिट लिमिट तय की गई है एवं इनके लिए किसका क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया गया है। हम जानना चाहते हैं कि किस कंपनी को इसका ठेका दिया गया।
सिसोदिया ने कहा कि यदि हम जनता के दिल की बात जनता से करते हैं तो वह करप्शन हो जाता है लेकिन मोदी जी मन की बात का विज्ञापन दें तो वह देशभक्ति हो जाती है। इसमें अतंर क्यों है? डिप्टी सीएम ने कहा यदि मोदी जी के पास सीबीआई है जो हमारे पास आरटीआई है।
वे यदि हमारी फाइलें उठा सकते हैं तो हम भी आरटीआई के माध्यम से सारी फाइलें उठायेंगे। दोनों फाइलों को जनता के बीच लेकर चलते हैं, वहां जाकर सब साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी केवल पारदर्शिता की लड़ाई है, जनता के सामने सच आना चाहिए।