भोपाल। मध्य प्रदेश में आईएसआई के कथित 11 जासूसों की गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट कर फिर आग में घी डालने का काम कर दिया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि पकड़े गए आईएसआई के एजेंटों में एक भी मुसलमान नहीं है। बल्कि उनमें एक भाजपा का सदस्य शामिल है। दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के साथ कुछ कटिंग और नेताओं के फोटो भी शेयर की हैं।
विदित हो कि दिग्विजय सिंह ने पिछले साल भोपाल जेल ब्रेक और उसके बाद सिमी से जुड़े आठ आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा था कि हमेशा मुसलमान ही जेल तोड़कर क्यों भागते हैं हिंदू क्यों नहीं?
मध्य प्रदेश पुलिस के एटीएस ने कथित तौर पर पाकिस्तान से संचालित सामरिक महत्व के स्थानों की जासूसी करने वाले गिरोह के 11 सदस्यों को गुरूवार को अलग-अलग जगह से एटीएस ने गिरफ्तार किया है।
आरोपियों से तीन हजार से ज्यादा सिम कार्ड, 50 मोबाइल फोन, 35 सिम बॉक्स जब्त किए गए हैं। इनसे पूछताछ जारी है। एटीएस प्रमुख संजीव शमी ने संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान से संचालित जासूसी और हवाला कारोबार से जुड़े सतना के बलराम सहित ग्वालियर से पांच, भोपाल से तीन और जबलपुर से दो लोगों को पकड़ा गया है।
संजीव शमी ने बताया कि गत नंवबर माह में जम्मू में अतराष्ट्रीय सीमा पर आर एस पुरा सेक्टर में सतविंदर सिंह और दादू नामक दो व्यक्तियों को वहां सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तस्वीरें लेने के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
जांच एजेंसियों द्वारा इन दोनों से पूछताछ के बाद मध्य प्रदेश एटीएस ने सतना से बलराम नामक व्यक्ति को पकड़ा, जो कि पाकिस्तान में बैठे लोगों द्वारा संचालित इस गिरोह के लिये देश में हवाला करोबार के जरिए धन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराता था।
विदेशों से गिरोह के लोगों द्वारा पैरेलल टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए अंतरराष्ट्रीय कॉल में नाम और पहचान छिपाई जाती थी।
विदेशों से आने वाले कॉल को एक्सचेंज के जरिए रूट कर भारतीय मोबाइल नंबर से देश में फोन पर बात की जाती थी। इसमें निजी टेलीफोन कंपनियों के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं। जिन्हें जल्द ही पूछताछ पर लिया जाएगा।
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