नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज कराना महंगा हो सकता है। एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन के लिए ली जाने वाली फीस में इजाफा हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक 10 से 25 रुपए में होने वाले रूटीन टेस्ट के रेट भी बढ़ाए जा सकते हैं। खबर के मुताबिक एम्स ने वित्त मंत्रालय के ऑर्डर पर रिव्यू शुरू कर दिया है।
हालांकि, एम्स का कहना है कि अभी वर्तमान रेट्स पर विचार किया जा रहा है। जिसका कारण बताया जा रहा है कि एम्स में 20 साल से यूजर चार्जेज में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हुई है।
एम्स के सह निदेशक का कहना है कि यूजर चार्जेज को लेकर मिनिस्ट्री का लेटर आया है, जिसके बाद समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि एम्स अपने मरीजों को कई प्रकार की छूट देता है, उस छूट और डिस्काउंट की भी समीक्षा होगी।
उल्लेखनीय है कि 1996 के बाद फीस में कोई संशोधन नहीं हुआ है। अभी एम्स यूजर चार्जेज के तौर पर हर साल 100 करोड़ रुपये पाता है। इसमें ओपीडी चार्ज, डायग्नॉस्टिक टेस्ट, रेडियोलाजी, पेशंट केयर, प्राइवेट वार्ड रेंट शामिल हैं।