बैतूल। जिले में सोमवार देर रात एक ऐसा मामला सामने आया है जो सभ्य समाज को झकझोर देने के लिए काफी है।
यहां आधी रात को शहर के बीचोंबीच शमशान घाट में कुछ लोग एक पांच साल की बीमार मासूम बच्ची के शरीर से कथित भूत प्रेत का साया उतारने के लिए तांत्रिक अनुष्ठान कर रहे थे। लेकिन अनुष्ठान के लिए जो सामान लाया गया था उससे यही दिख रहा था कि शायद इस बच्ची की बलि देने की तैयारी की गई थी जो सफल नहीं हो सकी।
बैतूल के कोठी बाजार शमशान घाट में एक पीपल के पेड़ के नीचे एक तांत्रिक ने अपना मायाजाल बिछा रखा था। तांत्रिक का दावा है कि वो सीधे भगवान से संपर्क कर सकता है। शमशान घाट के पास रहने वाले कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन हैरत की बात ये है कि पुलिस को देखकर भी कोई नहीं भागा बल्कि तांत्रिक अनुष्ठान जारी रखा गया।
वहां रहने वाले स्थानीय लोगों ने जब ये नजारा देखा तो मीडियाकर्मियों और पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने फिलहाल अनुष्ठान कर रहे तांत्रिक और बच्ची के साथ आए लोगों को हिरासत में लिया है। मीडियाकर्मी शमशान घाट मे उस जगह पहुंचे जहां ये अनुष्ठान जारी था।
तांत्रिक और बच्ची के परिजनों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा और तांत्रिक अनुष्ठान जारी रहा। खुद को बच्ची की नानी बता रही एक महिला ने बताया कि बच्ची का नाम मुस्कान है। जिसके शरीर में भूत प्रेत का साया होने से वो कुछ बोल नहीं रही थी लेकिन तांत्रिक बाबा ने जो अनुष्ठान किया उसके बाद बच्ची बोलने लगी है।
इस बीच पुलिस के सामने ही एक चौंकाने वाला खुलासा शमशानघाट के चौकीदार बाबूराव ने किया। चौकीदार के मुताबिक शमशान घाट में आए दिन ऐसे अनुष्ठान आम बात है। ऐसे कई तांत्रिक यहां रात में आकर तंत्र साधना करते हैं।
कोतवाली टी आई सीताराम झा ने बताया कि फिलहाल तांत्रिक क्रिया करने वाले इस तांत्रिक और बच्ची के परिजनों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है। लेकिन उन्हें पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया है।
अगर समय पर इस तांत्रिक अनुष्ठान में लोग नहीं पहुंचते तो शायद कोई अनहोनी हो सकती थी। ये मामला सभ्य समाज का आईना है जिसमें एक बार ये फिर साबित हो गया कि आज भी लोगों को विज्ञान से ज्यादा तंत्रमंत्र पर भरोसा है।