Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
dainik jagran's online editor arrested for running exit polls
Home Delhi आचार संहिता उल्लंघन मामले में जागरण डॉट कॉम के संपादक अरेस्ट

आचार संहिता उल्लंघन मामले में जागरण डॉट कॉम के संपादक अरेस्ट

0
आचार संहिता उल्लंघन मामले में जागरण डॉट कॉम के संपादक अरेस्ट
dainik jagran's online editor arrested for running exit polls
dainik jagran's online editor arrested for running exit polls
dainik jagran’s online editor arrested for running exit polls

नई दिल्ली। केंद्रीय चुनाव आयोग के आदेश पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में जागरण डॉटकॉम के संपादक शेखर त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

चुनाव आयोग के आदेश के बाद शेखर त्रिपाठी सहित दैनिक जागरण अखबार के प्रबंध संपादक और आरडीआई नाम की संस्था के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया था।

जागरण डॉट कॉम के संपादक शेखर त्रिपाठी को गाजियाबाद की कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि दैनिक जागरण की वेबसाइट पर यूपी चुनाव के पहले चरण के बाद ही एग्जिट पोल की खबर अपलोड कर दी गई।

इसके बाद चुनाव आयोग ने दैनिक जागरण के प्रबंध संपादक, संपादक और एग्जिट पोल कराने वाली संस्था रिसोर्स डेवलपमेंट इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड यानि आरडीआई के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए थे।

इसी के बाद पहली गिरफ्तारी जागरण डॉट कॉम के संपादक शेखर त्रिपाठी के रूप में हुई है। उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी को पहले चरण के चुनाव हुए थे। इनमें पश्चिमी यूपी की 73 सीटों पर वोट डाले गए थे। इन्हीं सीटों के एग्जिट पोल जागरण ने अपनी वेबसाइट पर डाले थे।

हालांकि इस पर दैनिक जागरण की ओर से सफाई भी दी गई है। जागरण ने अपनी ओर से सफाई पेस करते हुए कहा कि डिजिटल इंग्लिश प्लेटफॉर्म के अलावा एग्जिट पोल से संबंधित खबर दैनिक जागरण अखबार में नहीं प्रकाशित की गई। इंग्लिश वेबसाइट पर एग्जिट पोल से जुड़ी एक खबर चूक वश डाली गई थी।

इस भूल को फौरन सुधार लिया गया और संज्ञान में आते ही वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से संबंधित न्यूज रिपोर्ट को तुरंत हटा दिया गया था। लेकिन चुनाव आयोग अपने आदेश पर कायम रहा।

जिसके बाद 15 जिलों में जागरण और आरडीआई के खिलाफ केस दर्ज किए गए। चुनाव के सभी चरणों का मतदान पूरा होने से पहले एग्जिट पोल छापना आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।