कोटा। कोटा के जाबांज सपूत खेलड़ी फाटक निवासी सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर चेतन कुमार ‘चीता’ के लिए कोटा में दुआओं व प्रार्थनाओं को दौर शुरू हो गया है।
कोटा के विभिन्न समुदाओं, सामजिक, राजनीतिक संगठनों व जनता ने कोटा के वीर की सलामती के लिए दुआ मांगी तो जनप्रतिनिधियों ने जाबांब के घर जाकर परिवार को ढांढ़स बंधाया।
कश्मीर के हंदवाडा में मंगलवार को आंतकियों के साथ हुई मुठभेड में कोटा के जाबंज सपूत सीआरपीएफ कमांडेट चेतन कुमार चीता ने छह गोली लगने बाद भी लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू हारिस को मार गिराया था। गंभीर रूप से घायल होने केबाद भी वे दुश्मनों से लड़ते रहे उसके बाद वे बेहोश हो गए।
बुधवार को उन्हे एयर लिफ्ट कर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उनका उपचार जारी है। चेतन के पिता रिटायर्ड आरएएस अधिकारी रामगोपाल चीता के घर पर आज विधायक संदीप शर्मा ने जाकर उन्हे हौसला प्रदान किया और कहा कि देश की सुरक्षा के लिए जिस वीरता से चेतना ने आंतकियों का सामना किया है उसी वीरता से वह मौत का भी सामना करेंगे और विजय होकर लौटेंगे।
कोटा की जनता भी मंदिरों में चेतन के लिए दुआ मांग रही है और उनकी स्वस्थ लाभ के लिए प्रार्थना कर रही है। परिजनों ने भी खेलड़ी फाटक स्थित विभिन्न मंदिरों मे महामृंत्युज जाप प्रारंभ कर दिया है। रामगोपाल चीता ने बताया कि शिवमंदिर, मंगलाचरण मंदिर खेलड़ी फाटक व महाकालेश्वर मंदिर में जप किया जा रहा है।
आज मुस्लिम समाज की ओर से भी कोटा के वीर सपूत के लिए दुआ मांगी गई। पार्षद मोहम्मद हुसैन ने बाबा जंगली शाह की दरगाह पर चादर चढ़ाकर का सेहत की सलामती की दुआ मांगी। पार्षद हुसैन ने कहा कि ‘कमांडेट चेतन के लिए पूरा मुस्लिम समाज दुःखी है,बाबा जंगली शाह उन्हे जल्द ठीक करे।
कमांडेट चेतन के लिए दोस्त भी अपने मित्र के लिए चिंतित थे। कोटा के सेंटपॉल स्कूल के क्लासमेट सोनल गुप्ता ने बताया कि कमाडेंट चेतन की सलामती के लिए रात्रि में भीमगंजमण्डी थाने के सामने शिवमंदिर महाअभिषेक और महामृत्युंजय जाप किया गया है। जिसे हर्षवर्द्धन व अन्य साथियों के आयोजित किया था।
गुप्ता ने बताया कि चेतन की हालत अभी गंभीर बनी हुई है वह आई सी यू में भर्ती है। दिल्ली गये उनके क्लासमेट शिव व प्रवीण ने कहा कि डा. ने चेतन की बॉडी के सभी ऑपरेशन कर दिये है बस भगवान से प्रार्थना है कि उसे कोई इंफेशन ना हो।
खेलड़ी फाटक निवासी कमांडेट चेतन कोटा में ही जन्मे थे। उन्होने अपनी शिक्षका कोटा भी कोटा से पूरी की थी। कोटा के सेंटपॉल स्कूल के 1991 बैच से पास आउट होने के बाद गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था।
चाचा कुंदन चीता ने बताया कि चेतन के पिता रामगोपाल आरएएस ऑफिसर थे,जो रिटायरमेंट के बाद कोटा में ही रह रहे थे। रामगोपाल ने बताया कि वह दिल्ली जाना चाहते थे लेकिन सेना ने उन्हे फिलहाल रोक लिया। चेतन की पत्नी उमा व 7वीं कक्षा का पुत्र दुष्यंत और बेटी रेने चीता दिल्ली अस्पताल में है।