सोल। दक्षिण कोरिया की अदालत ने सैमसंग के उत्तराधिकारी के खिलाफ शुक्रवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया। देश का सबसे बड़ा परिवार नियंत्रित समूह भ्रष्टाचार मामले से जुड़ा है। इस घोटाले के कारण राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हाय के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार सोल के केंद्रीय जिला अदालत के एक न्यायाधीश ने कहा कि नए आपराधिक आरोपों और जुटाए गए नए सबूतों के आधार पर सैमसंग के उपाध्यक्ष ली जी-योंग के खिलाफ वारंट जारी करने के पर्याप्त औचित्य हैं।
दक्षिण कोरिया के सबसे धनी परिवार के युवराज दक्षिणी सोल के एक हिरासत केंद्र में अदालत के आदेश का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उल्लेखनीय है घोटाले की स्वतंत्र रूप से जांच कर रहे अभियोजकों को दूसरी कोशिश के बाद सैमसंग के उत्तराधिकारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कराने में कामयाबी मिली है।
उधर, राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हाय संसद से पारित महाभियोग प्रस्ताव पर संविधानिक अदालत के फैसले का इंतजार कर रही हैं जो मार्च महीने के मध्य में सुनाया जाएगा। स्वतंत्र वकीलों की टीम ने गत 19 जनवरी को अदालत से ली को गिरफ्तार किए जाने की मांग की थी, लेकिन साक्ष्य के अभाव में अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करने से मना कर दिया था।
उस समय रिश्वतखोरी, गबन और झूठी गवाही देने के आरोप में ली को गिरफ्तार करने की मांग की गई थी। इस बार ली के खिलाफ दो अतिरिक्त आरोप लगाए गए थे जिनमें विदेशों में संपत्ति और आपराधिक कृत्य छिपाने के आरोप शामिल हैं।
ली पर आरोप है कि उन्होंने पार्क की पुरानी महिला मित्र चोई सून-सिल को रिश्वत के रूप में 3.8 करोड़ डॉलर दिए थे। चोई इस घोटाले की मुख्य आरोपी हैं और अभी जेल में हैं।