देवरिया। बरहज विधानसभा के पूर्व विधायक और बहुजन समाज पार्टी के नेता रामप्रसाद की शनिवार की देर रात इलाज में दौरान मौत हो गई।
एनआरएचएम घोटाले के आरोपियों में शामिल रामप्रसाद पैरोल पर बाहर थे और उनका इलाज लखनऊ स्थित अपोलो हॉस्पिटल में चल रहा था। इनकी मौत से क्षेत्र के बसपाइयों में शोक की लहर है।
वर्ष 2007 में विधायक बनने के बाद रामप्रसाद को मायावती के करीबियों में माना जाने लगा था। यही वजह है कि बसपा ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इनके पिता गोरखा जायसवाल को देवरिया लोकसभा से टिकट दिया था। इनकी जीत भी हुई थी।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में स्व. जायसवाल की पत्नी ने विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाया था। यह बात अलग है कि जेल में रहकर पत्नी को चुनाव लड़वाने वाले रामप्रसाद को हार का सामना करना पड़ा था।
बता दें कि स्व. जायसवाल का पुत्र मुरलीधर जायसवाल वर्तमान में बसपा से बरहज विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं।