लखनऊ। समाजवादी पार्टी से निष्कासित अमर सिंह ने पार्टी में बीते दिनों हुए विवाद के बाद अब मुलायम परिवार के लोगों के बयान के आधार पर इसे ड्रामा करार दिया है।
अमर सिंह ने कहा है कि जिस तरह से अभी मतदान के दौरान पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पूरा कुनबा इटावा में वोट डालने पहुंचा। उनकी पत्नी साधना ने अखिलेश और प्रतीक को अपनी दो आंखे बताया। देवरानी ने जेठानी के पैर छुए। मुलायम ने अखिलेश के दोबारा मुख्यमंत्री बनने और शिवपाल के मंत्री बनने की बात कही, उससे साफ जाहिर है कि यह ड्रामा नहीं तो क्या है।
अमर सिंह ने एक इन्टरव्यू में कहा कि अमेठी के विधायक और मंत्री गायत्री प्रजापति और सुल्तानपुर के विधायक अरूण वर्मा के प्रचार को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला और कहा कि वह यौन शोषण के आरोपियों का प्रचार कर रहे है। खनन के राजा प्रजापति पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट को आदेश देना पड़ा, लेकिन अखिलेश उनके साथ खड़े हैं।
अमर सिंह ने सपा से निकाले जाने के बाद अब राज्यसभा को उनको मिली पीछे की सीट के सवाल पर कहा कि पीछे की सीट सबसे अच्छी होती है। रामगोपाल और नरेश अग्रवाल की यही औकात है कि उन्होंने मुझे पीछे बैठाया। उन्होंने कहा कि मैं चाहे जहां बैठू लेकिन जब सदन से बाहर निकलता हूं तो तमंचा की तरह माइक से सवाल पूछने वाली मीडिया सबसे ज्यादा मुझसे बाइट मांगती है।
वहीं उन्होंने अपने बाहरी होने के आरोप पर कहा कि मुलायम, अखिलेश, रामगोपाल और शिवपाल को छोड़कर सपा में सब बाहरी हैं। अमर सिंह ने भाजपा से नजदीकी के मामले में कहा कि मेरी पार्टी के किसी नेता से बात नहीं हुई है। वहीं अमर सिंह द्वारा उन्हें दलाल कहने पर अमर सिंह ने कहा कि दलाल अच्छा शब्द है।
लड़के लड़की की शादी में पण्डित भी दलाल की भूमिका में होता है। इसी तरह दो देशों के सम्बन्ध सुधारने में भी डिप्लोमेट दलाल की भूमिका अदा करता है। उन्होंने कहा कि दलाल समन्वयक होता है।
सपा नेताओं द्वारा अपने खिलाफ भाजपा के एजेण्डे पर काम करने के आरोप पर सपा से निष्कासित नेता ने कहा कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार ने नोटबन्दी का समर्थन नहीं किया? आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू उनके साथ क्यों हैं, क्या नितिश भाजपा के दल्ले हैं?
लालू द्वारा परिवार तोड़ने का आरोप लगाने पर अमर सिंह ने कहा कि वह इस बारे में अपने समधि मुलायम से बात करें। अगर मुलायम कहें तो मान लूंगा। उन्होंने लालू पर हमला बोलते हुए कहा कि वह छह साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते। अपनी खैर मनाएं वरना शशिकला के बगल वाली जेल में उनकी जगह होगी। वह जानवरों का चारा तक नहीं छोड़ते। शशिकला की तरह हथकड़ी लगने पर वह जेल में चक्की पीसेंगे।
अमर सिंह ने आजम के पुराने बयानों का हवाला देते हुए भी उन पर जमकर हमला बोला और कहा कि कभी उन्होंने भारत माता को डायन कहा। कभी मुलायम के जन्मदिन समारोह में दाउद और अबु सलेम का पैसा लगा होने की बात कही। कभी बलात्कारियों का समर्थन किया।
उन्होंने राजेन्द्र चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें सबसे बड़ा आतंकी करार दिया और कहा कि आज़म और मुन्नवर सलीम की बात करें। सपा से निष्कासित नेता ने अखिलेश यादव द्वारा अमिताभ बच्चन से गुजरात के गधों का प्रचार बन्द करने पर भी हमला बोला।
उन्होने कहा कि इस बारे में अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्च्चन को बोलना चाहिए। जो अखिलेश की पत्नी के बगल में खड़े होकर लिपिस्टक लगाकर कहती हैं, ‘नो कन्फ्यूजन, नो मिस्टेक, ओनली साइकिल एण्ड वोट फॉर अखिलेश।’ अमर सिंह ने नोटबन्दी के फैसले को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की।