वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि उनकी इच्छा है कि किसी भी देश के पास परणमाणु हथियार नहीं रहे, लेकिन अगर कुछ देश परमाणु हथियार रखते हैं तो वह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अमरीकी परमाणु हथियार दुनिया में शीर्ष पर रहे।
अमरीकी राष्ट्रपति ने माना कि हथयारों की क्षमता के मामले में उनका देश पिछड़ गया है। ट्रंप ने एक साक्षात्कार में यह भी कहा कि चीन उत्तर कोरिया की ओर से उत्पन्न रक्षा चुनौतियों का हल कर सकता है। उन्होंने कहा कि चीन अपने प्रभावों का इस्तेमाल कर पोंगयोंग की बढ़ती कलहप्रिय कार्रवाई को रोक सकता है।
अमरीकी राष्ट्रपति ने शासकीय निकाय के रूप में यूरोपीय संघ का समर्थन किया और इजराइल-फिलस्तीन संघर्ष के निदान के लिए द्वि राष्ट्र समाधान का समर्थन किया। लेकिन उन्होंने कहा कि दोनो पक्ष जिससे खुश होंगे उससे वे भी संतुष्ट होंगे।
ट्रंप ने अमरीका पर से वित्तीय भार घटाने के लिए अपने मित्र नाटो देशों को उनके रक्षा भुगतान बढ़ाने के लिए दबाव डालने का भी संकेत दिया। अमरीकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि रूस द्वारा जमीन आधारित क्रुज मिसाइलों की तैनाती साल 1987 की संधि का उल्लंघन है।
संधि अमेरिका और रूस दोनों पर मध्यम दूरी की मिसाइल तैनात करने पर रोक लगाती है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन के साथ मुलाकात में यह मुद्दा उठाएंगे। इस पर ट्रंप ने कहा कि जब मुलाकात होगी तो उठाएंगे, लेकिन कहा कि उनकी पुतिन के साथ मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।