इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त है। गत 15 वर्ष से राज्य में सरकार चला रही कांग्रेस भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। जिसके चलते राज्य का आम आदमी सभी तरह के अधिकारों से महरूम हो गया है।
जिस तरह से 15 वर्षों तक असम में सत्ता चलाने वाले तरुण गोगोई सरकार के भ्रष्टाचार की तरह ही मणिपुर में ईबोबी सरकार भी भ्रष्टाचार का पहाड़ बना दिया है। उन्होंने कहा कि तरुण गोगोई और ओकरम इबोबी सिंह सरकार भ्रष्टाचार के मामले में एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
ऐसे में असम की तरह से मणिपुर से भी भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने की जरूरत आ गई है। ये बातें मंगलवार को मणिपुर के पहाड़ी जिले कांगपोकपी में भाजपा की ओर से आयोजित विधानसभा चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कही।
60 सदस्यीय विधानसभा के दो चरणों में 04 व 08 मार्च को होने जा रहे चुनावों में पार्टी के दो दिवसीय प्रचार अभियान हिस्सा लेने के लिए शाह इंफाल पहुंचे थे। शाह ने इबोबी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि इबोबी सरकार ने केंद्रीय पूंजी को पूरी तरह से लूटकर विकास के रास्ते से पिछे ढकेल दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गत दो वर्षों से राज्य के विकास के लगातार धन देती आ रही है, लेकिन राज्य सरकार उसका दुरुपयोग करता आ रही है।
उन्होंने कहा कि एनरेगा का धन भी कांग्रेसी सरकार ने अपनी जेब में डाल लिया। जिसके चलते जनकल्याणकारी योजनाएं पूरी नहीं हो सकी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जरिए राज्य में सरकार योजनाओं की आधारशीला रखकर लोगों को झांसे में डालने का काम करती आ रही है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर राज्य प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण है, ऐसे में यह एक माडल राज्य बनने की पूरी क्षमता रखता है। किंतु गत 15 वर्षों में सत्ता पर बैठी कांग्रेस सरकार सिर्फ लूटने में ही लगी रही। अमित शाह ने कहा कि जिस तरह से असम की जनता ने कांग्रेस को उखाड़ फेंका उसी तरह से मणिपुर से भी कांग्रेस का सफाया हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा का एक ही लक्ष्य है वह है विकास। इस विकास को पूरे पूर्वोत्तर में आने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में विकास होने पर पूरे देश का विकास संभव हो पाएगा। ज्ञात हो कि आगामी बुधवार को अमित शाह की मणिपुर में तीन चुनावी सभाएं आयोजित होने वाली हैं।