इंफाल। 11वीं मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 38 सीटों के लिए शनिवार 84 प्रतिशत से अधिक मतदान होने का आंकड़ा प्राप्त हुआ है। हालांकि यह आंकड़ा 38 सीटों में से तीन चौथाई सीटों की है।
माना जा रहा है कि जैसे ही पूरा ईवीएम जमा हो जाएगा, वैसे ही मतदान प्रतिशत में और भी इजाफा होने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। मतदान प्रतिशत 84 से अधिक भी हो सकता है।
मतदान केन्द्रों पर तय समय सीमा के बाद भी मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गई। जिन मतदाताओं को मतदान करने के लिए टोकन दिया गया था उन्हें वोट डालने की अनुमति दी गई है। इससे पहले अपराह्न एक बजे तक 69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
उल्लेखनीय है कि पहले चरण के चुनाव में 168 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला होना है। जिन पांच जिलों में मतदान हुआ उनमें इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, कांग्पोक्पी, बिशनपुर और चुराचांदपुर शामिल हैं।
मतदान में कुल 5,44,050 पुरुष मतदाता और 5,75,220 महिला मतदाता शामिल हैं जिनमें 5169 पुरुष नौकरीपेशा मतदाता और 1915 महिला नौकरीपेशा मतदाता हैं। मतदान के लिए 38 विधानसभा क्षेत्रों में 1643 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
मतदान के दौरान एक वायु एंबुलेंस (हेलीकॉप्टर) को भी तैनात रखा गया है। बिशेनपुर के छह और इंफाल पश्चिम के 10 मतदान केंद्र पूरी तरह महिला मतदान अधिकारियों द्वारा संचालित किए गए। सभी मतदान केंद्रों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था।
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए शनिवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषित था। सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान के दौरान किसी को भी मतदान केंद्रों में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।
सभी जिलाधिकारियों ने मतदान क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू करने के आदेश दिए थे। सीईओ ने फर्जी मतदान रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने का आदेश दिया था। वहीं सभी मतदान केंद्रों पर चुनाव प्रक्रियाओं का लाइव वेब प्रसारण भी किया गया, हालांकि जहां पर थ्री जी कनेक्टिविटी नहीं थी वहां पर वीडियोग्राफी कराई गई।
अधिकतर अधिकारी, सुरक्षाकर्मी, वाहन आदि जीपीएस उपकरण से जुड़े थे, जिसके चलते प्रत्येक गतिविधी पर आसानी से नजर रखी गई। चुनाव में निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए केवल केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था।
यूनाइटेड नागा काउंसिल द्वारा पिछले वर्ष एक नवंबर से नाकाबंदी करने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए 30 कंपनियों को तैनात किया गया है।
यहां के मतदान केंद्रों पर अनुमानत 250 कंपनियों को तैनात किया गया है। अधिकतर मतदान केंद्रों पर पांच अधिकारी तैनात हैं। राज्य की 22 सीटों पर दूसरे चरण के चुनाव में 98 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है।