वाशिंगटन। गत साल रूसी राजदूत से मुलाकात को लेकर हाल में विवाद में फंसे अमरीकी महान्यायवादी जेफ सेशंस सीनेट के डेमोक्रेट्स सदस्यों के सवालों का लिखित जवाब देंगे।
डेमोक्रेट्स सीनेट सदस्यों की सार्वजनिक सुनवाई की मांग को शीर्ष रिपब्लिकन सीनेट सदस्यों ने शुक्रवार को ठुकरा दी थी। इसके बाद कानून मंत्रालय ने इस आशय की टिप्पणी की।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव के दौरान रूसी राजदूत से संपर्क के बारे में सफाई देने में इस सप्ताह के अंत तक सेशंस की विफलता पर सीनेट के नौ डेमोक्रेट सदस्यों ने सदन की कानून समिति के अध्यक्ष चुक ग्रासली को पत्र लिखकर महान्यायवादी को स्पष्टीकरण देने के लिए समिति के समक्ष बुलाने का अनुरोध किया था।
लेकिन ग्रासली ने यह कहते हुए डेमोक्रेट्स सीनेटरों की मांग ठुकरा दी कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि न्याय विभाग के प्रवक्ता पीटर कार ने कहा कि सेशंस सोमवार को डेमोक्रेट सांसदों के सवालों का जवाब नहीं देंगे।
इससे पहले सेशंस ने राष्ट्रपति के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच से खुद को अलग कर लिया था। वह न्याय विभाग के शीर्ष अधिकारी हैं और राष्ट्रपति के प्रमुख करीबियों में एक हैं।
महान्यायवादी ने सीनेट में अपनी नियुक्ति प्रक्रिया पर बहस के दौरान इस बात से साफ इन्कार किया था कि उन्होंने चुनाव के दौरान रूसी राजदूत से कोई संपर्क किया था।
सेशंस ने गुरुवार को कहा था कि चुनाव से दो महीने पहले उन्होंने अपने सीनेट कार्यालय में रूसी राजदूत किस्लयाक से मुलाकात की थी। इसके साथ-साथ रिपब्लिकन नेशनल कनवेंशन के दौरान 50 अन्य विदेशी राजदूतों के साथ भी उनसे भेंट हुई थी।
महान्यायवादी ने संवददाताओं से कहा कि रूसी राजदूत से मुलाकात को छिपाकर उन्होंने कोई गलती नहीं की। समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया था।
ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान रूस से संबंध सुधारने की पुरजोर वकालत की थी, लेकिन उनके करीबियों के रूसी संबंध को लेकर विवाद में फंसने से उनके प्रशासन का उत्साह ठंडा पड़ता दिख रहा है।