वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। कहा कि दोनों गरूआ हैं इन्हें अपना बाप दादा और नाना से विरासत में सत्ता मिली है। यह दोनों कड़ा राजनीतिक फैसला नहीं ले सकते।
लगातार दूसरे दिन भी बनारस में अभूतपूर्व रोडशो करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में चुनावी जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। विधानसभा चुनाव में सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष के तमाम अमर्यादित टिप्पणी से आहत पीएम ने उन पर हमला बोल कर कहा कि जिनका जीवन कष्टकारी होता है जीवन में कठिन फैसले लेने में सक्षम है काशी के आशीर्वाद से हमें कठिन फैसला लेने की हिम्मत मिली है।
उन्होंने कहा कि दोनों नाजुक है। नोटबंदी और वन रैंक वन पेंशन के बहाने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलकर कहा कि तत्कालीन सरकार ने वन रैंक वन पेंशन का हिसाब तो क्या कोई कागज भी नही रखा। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलो के केन्द्र सरकार से तीन साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने पर पीएम पहली बार आक्रामक तेवर में दिखे।
मोदी से काम का हिसाब मांगते हैं। इन्हें सरकार का काम काज नहीं दिख रहा। तंज कसते हुए कहा कि जब इंसान को मोतियाबिंद हो जाती है तो इसका आपरेशन जरूरी होता है। कुछ दलों को भी मतबिन्द और वोटबिंद हो गया है। उन्हें सिर्फ अपने मत और वोटबैंक की चिन्ता होती है।
एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक के बहाने उन्होंने युवाओं में देशभक्ति का भाव जगाकर विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान केन्द्र सरकार के योजनाओं और उपलब्धियों को गिनाकर पूर्वांचल आर यूपी के विकास के प्रति प्रतिबद्धता भी जताई।
सरकार के तीन साल में विभिन्न योजनाओ में यूपी के विकास के लिए भेजे जाने वाले धनराशि को आंकड़ों के साथ बताया। राज्य के विकास न होने का ठिंगरा सूबे की सरकार पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबो के घर और बुनियादी सुविधाओं के लिए भी गम्भीर नहीं है। ऐसे सरकार को जनता से उखाड़कर फेंक देने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में भाजपा को जीत दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास किया और काशी सहित पूर्वांचल के लोगों को भावनात्मक रूप से भी झकझोरा। प्रधानमंत्री ने लगातार दूसरे दिन काशी और उसके आध्यात्मिक ज्ञान और काशी की जनता से मिले प्यार को जताया।
उन्होंने कहा कि लगातार दूसरे दिन काशी ने उनके रोडशो में अपार भागीदारी कर उन्हें अपना स्नेह दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कई यात्राओं और रोडशो का उन्होंने नेतृत्व किया है। उसमें भी ऐसा जन भागीदारी नहीं रही।
काशी में पिछले कई वर्षो से हो रही खुदाई पर कहा कि इधर भी खुदाई, उधर भी खुदाई जहां नहीं खुदाई वहां कल खुदाई। प्रधानमंत्री ने काशी के पर्यटन और आध्यात्मिक विकास के सुनियोजित विकास की पुरानी बातें भी दोहराई।