वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार पूर्वांह रामनगर चौक स्थित काशी के लाल नन्हें (पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री का घरेलू नाम) के जन्म स्थली शास्त्री चौक पैतृक आवास पर पहुंचे।
पीएम ने आदर सहित जूते उतार कर शास्त्री जी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया और घुमकर मौजूद लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद पीएम गली स्थित पूर्व प्रधानमंत्री के आवास पर पैदल ही गए।
वहां उनका आवास और स्मृति चिन्ह भी देखा और शास्त्री जी के कमरे (जो अब बना संग्रहालय)में जमीन पर बिछी चटाई पर बैठ कर शास्त्री जी के जीवन पर आधारित भजनों को पूरे आदर और ध्यान से सुना।
इसके पूर्व पहली बार प्रधानमंत्री के शास्त्री जी के आवास पर पहुंचते ही पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री और उनके दिवंगत पुत्र अशोक शास्त्री की पत्नी नीरा शास्त्री ने अंगवस्त्र पहना कर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ स्वर्गीय शास्त्री को पौत्र मधुर शास्त्री भी मौजूद रहे, जिनके साथ पीएम मोदी ने बातचीत भी की। इस बीच, उनके सहेजी गई स्मृतियों को देख उसके बारे में पीएम ने जानकारी भी ली।
उधर, रामनगर में प्रधानमंत्री के पहुंचनें पर स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा। पीएम को अपने बीच पाकर क्षेत्रीय नागरिक और भाजपा कार्यकर्ताओ ने उत्साहित होकर उन पर जमकर पुष्प वर्षा की और मोदी मोदी का गगनभेदी नारेबाजी कर उन पर अपना स्नेह बरसाया।
प्रधानमंत्री भी नागरिकों का अपने प्रति प्रेम और उत्साह देख हाथ जोड़कर अभिवादन करते रहे। विधानसभा चुनाव के अन्तिम चरण में सोमवार को चुनाव प्रचार के अन्तिम दिन पीएम के रामनगर पहुंचने और शास्त्री जी के जन्मस्थली पहुंचने को वाराणसी कैंट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सौरभ श्रीवास्तव को चुनावी फायदा भी मिलने से जोड़ा जा रहा है।
गौरतलब हो कि पिछले वर्ष रामनगर में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में भाग लेने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत भी आए थे। तक उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मस्थली की उपेक्षा देख सार्वजनिक तौर पर पीड़ा जताई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी के सादगी राजनीतिक सूचिता और ईमानदारी के मुरीद मोहन भागवत ने जन्मस्थली को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का संकेत दिया था।