दहेज/अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समग्र देश में कोई एक शहर अपने बल पर आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र किस प्रकार बन सकता है, यह सूरत ने साबित कर दिखाया है। आज से 25 वर्ष पूर्व के सूरत और आज के सूरत में दिन-रात जितना फर्क है और इसका अकल्पनीय विकास हुआ है।
अपने पुरुषार्थ और विजन से इतने अल्पकाल में ऊंचाइयां छूने का काम सूरत ने किया है, इसके लिए प्रधानमंत्री ने शुभकामनाएं दी। गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर सूरत पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को सूरत एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, मेयर अस्मिताबेन शिरोया, सांसद सीआर पाटिल, दर्शनाबेन जरदोश, प्रभुभाई वसावा, मनपा आयुक्त एम. थेन्नारसन, कलक्टर महेन्द्र पटेल और पुलिस कमिश्नर सतीष शर्मा ने पुष्प गुच्छ देकर शानदार स्वागत किया।
इस मौके पर एयरपोर्ट पर आयोजित समारोह में हजारों की संख्या में उपस्थित सूरती लालाओं ने ‘मोदी तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के गगनभेदी नारों से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में हमेशा डॉक्टरों की कमी की शिकायतें व्यापक तौर पर रही हैं, भूतकाल में डॉक्टर तैयार करने की उचित व्यवस्था के अभाव में डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो पाते थे। कम विद्यार्थी पीजी में जाते थे, जिससे प्रोफेसर नहीं बन पाते थे और इसके परिणामस्वरूप मेडिकल कॉलेज नहीं बन पाती थी।
परन्तु परिस्थिति बदल गई है। इस समस्या का निवारण करने के लिए एक वर्ष में चार हजार पीजी की बैठकें की गई हैं, जिससे भविष्य में चार हजार प्रोफेसर तैयार हो जाएंगे और वह चालीस हजार से एक लाख जितने नए डॉक्टर तैयार करने में सक्षम होंगे। इस व्यवस्था के परिणामस्वरूप गांव में भी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उनकी टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुजरात के शहरों को ओपन डेफिकेशन फ्री (ओडीएफ) करके स्वच्छता क्षेत्र में भी ध्यान केन्द्रित किया है। देश के 500 शहरों में आवश्यक व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर खड़े किए गए हैं। 500 शहर ओडीएफ हुए हैं जबकि गांवों की संख्या तो लाखों में पहुंचेगी।
इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारी, मेडिकल एसोसिएशन, बार एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों द्वारा प्रधानमंत्री का स्वागत-सत्कार किया गया। सूरत एयरपोर्ट पर थोड़ी देर रुकने के बाद तुरंत दहेज में एशिया के सबसे बड़े पेट्रोकेमिकल ओपल प्लान्ट का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। ओपल प्लान्ट पहुचते ही उनका भव्य स्वागत किया गया। दहेज़ में एक बिजनेस सम्मलेन आयोजित किया गया। उसमे पीएम मोदी ने कहा कि मैंने दहेज़ को एक छोटे से बच्चे के तोर पर देखा है। उसका ग्रोथ मेरे सामने हुआ है। नोटबंदी के बाद विश्व में इंडिया की प्रशंसा की गई है।
30 हजार करोड़ की लागत से तैयार किया गया जीएनऍफ़सी के सबसे बड़े पेट्रोकेमिकल प्लान्ट का लोकार्पण किया। उस वक्त पीएम मोदी के साथ गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी उपस्थित रहे। नरेंद्र मोदी ने बिजनेस सम्मलेन में बताया की दहेज़ लघु भारत बन गया है। देश का कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने दहेज में रोजगार प्राप्त न किया हो। दुनिया में और देश मे गुजरात के व्यापारी विचारधारा की गूंज सुनाई देती है।
दहेज़ और भरूच ने भी ज्यादा योगदान दिया है। भरूच पेट्रोकेमिकल प्लान्ट का लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री ने भरूच में देश के सबसे बडे केबल ब्रिज का उद्घाटन किया। 370 करोड़ रूपए की लागत से बने ब्रिज के उद्घाटन पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी, केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित थे। इसे ब्रिज से भरूच और सूरत के बीच 10-10 किलोमीटर तक लम्बा लगने वाले ट्राफिक जाम की समस्या हल हो जाएगी।
ब्रिज लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने गुअरता के 8 हाइवे को नेशनल हाइवे में परिवर्तित करने की घोषणा की। 12 हजार रूपए की लागत से 1200 किलोमीटर के रोड नेशनल हाइवे में परिवर्तित होंगे। केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का डिपार्टमेंट इसके काम में लगा है। बारूक के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए। गुजरात के सीएम ने पीएम के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया है।
8 मार्च को पीएम दिव एयरपोर्ट पर पहुचेंगे। वहां से सोमनाथ मंदिर का दर्शन करने जाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के ढाई साल बाद सोमनाथ दर्शन के लिए आ रहे हैं। सोमनाथ के बाद प्रधानमंत्री दोपहर में गांधीनगर में देशभर के सभी महिला सरपंचों के सम्मलेन को महिला दिवस के उपलक्ष्य में संबोधित करेंगे। देशभर से आई महिला सरपंचों के सम्मेलन में करीब 6 हजार महिला सरपंच हिस्सा लेने आएंगी। शाम को वे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।