काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में देश के सबसे बड़े सैन्य अस्पताल पर बुधवार को इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने हमला किया जिसमें कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य लोग घायल हो गए हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
समाचार एजेंसी रॉयटर ने सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से कहा कि सरदार दाउद खान अस्पताल के पीछे सड़क के उस पार अमेरिकी दूतावास के निकट एक मानव बम ने खुद को उड़ा लिया। इसके बाद तीन हमलावर डॉक्टरों की वेश में स्वचालित हथियार और हथगोलों के साथ अस्पताल परिसर में दाखिल हुए।
उधर, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दवलात वजीरी ने कहा कि अपराह्न में सुरक्षा बलों ने सभी तीनों आतंकियो मार गिराया और हमले को समाप्त कर दिया। एक अन्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जब सुरक्षा बलों के जवान अस्पताल में दाखिल हुए तो उन्हें 33 लोगों के शव मिले और 50 अन्य लोग घायल पड़े थे जिनमें डॉक्टर, मरीज और अस्पताल कर्मी शामिल थे।
अधिकारियों ने कहा कि डॉक्टर की वेश में आतंकी अस्पताल की उपरी मंजिल पर चढ़ गए और उनसे निपटने के लिए भेजे गए विशेष बल के जवानों को उलझाए रखा। आतंकी हमले की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और विशेष बल के जवान हेलीकॉप्टर से अस्पताल के मुख्य भवन की छत पर उतर कर आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू की।
अफगानिस्तान के विशेष बल ने जब आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो एक और बड़ा धमाका हुआ जिसके बारे में एक प्रवक्ता का कहना है कि अस्पताल परिसर में खड़ी एक कार में विस्फोट होने के कारण यह धमाका हुआ था। सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को शुरू में ही मार गिराया और कुछ घंटों की मुठभेड़ के बाद दो अन्य आतंकियों को भी ढेर कर दिया।
दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एक सुरक्षा कर्मी भी शहीद हो गया। इस्लामिक स्टेट अपनी समाचार एजेंसी अमाक न्यूज के जरिए एक बयान जारी कर हमले की जिम्मेवारी ली है। इससे पहले कयास लगाया जा रहा था कि तालीबान ने हमला किया है, लेकिन संगठन ने बयान जारी कर इस हमले से संबंध होने से साफ इन्कार कर दिया है।