अजमेर। अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में वैशाली नगर स्थित एचकेएच पब्लिक स्कूल में दो ’एक्जीबिशन आफ बुक्स आॅन वुमैन बाॅय वुमैन’ शीर्षक से दो दिवसीय चित्र एवं पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय मैनेजमेन्ट कमेटी की सदस्य किरण ठाकुर, प्रधानाध्यापिका रीना करना और सांस्कृतिक सचिव ज्योति गोयल ने फीता काटकर किया। किरण ठाकुर ने कहा कि एक सफल और प्रसिद्ध महिला को जितना सम्मान दिया जाता है, उतना ही सम्मान एक साधारण गृहिणी को भी दिया जाना चाहिए क्योंकि एक सफल समाज बनाने में उसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है।
इस प्रदर्शनी की एक दीर्घा में महिलाओं से संबंधित प्रमुख समस्याओं भ्रुण हत्या, लिंग भेद, अषिक्षा तथा नारी उत्पीड़न व कामकाजी महिलाओं की समस्याओं को उजागर किया गया, तो दूसरी दीर्घा में नारी सशक्तिकरण, महिला जागृति और कानून, महिलाओं के अधिकार, राजस्थानी संस्कृति में नारी, राजनीति में नारी आदि पुस्तके प्रदर्शित की गई।
नारी की प्राचीन गौरवगाथा से वर्तमान तक की सफल नारियों का उल्लेख इस प्रदर्शनी में किया गया। इस हेतु रानी लक्ष्मीबाई, नूरजहां, एनी बिसेंट, सरोजनी नायडू, बछेन्द्री पाल, संतोष यादव, इंदिरा गांधी, सुनीता विलियम्स, कल्पना चावला, मलाला आदि विष्वप्रसिद्ध नारियों के जीवनवृत से संबंधित पुस्तकें और चित्र प्रदर्षित किए गए।
प्रसिद्ध साहित्यकार और कवयित्री महादेवी वर्मा, सुभद्रा कुमारी चैहान, मनु भंडारी, मीरा बाई आदि की कविताओं, कहानियांे तथा उनके जीवनवृत्त को दर्शाया गया।
नारी की प्राचीन गौरवगाथा को दर्शाने वाली पुस्तकों मां दुर्गा, शकुन्तला, मां गंगा, सती सावित्री गायत्री आदि का भी प्रदर्शन किया गया।
विद्यालय अध्यक्ष मोतीलाल ठाकुर ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर सभी को महिला दिवस की बधाई देते हुए पुस्तकालयाध्यक्ष रेखा जैन के इस प्रयास पर उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय में इस तरह की प्रदर्शनी आयोजित करने का यह प्रथम सफल प्रयास है, जो बड़ा ही सराहनीय है।
प्राचार्य हरिकिशन सोनी ने विद्यालय परिवार की महिला सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि नारी कभी बेटी बनकर तो कभी बहन बनकर और कभी पत्नी बनकर खुशियों की बारिश करती रहती है।
विद्यालय प्रशासक अजय कुमार ठाकुर ने महात्मा गांधी के विचारों को अभिव्यक्ति दी कि एक आदमी को पढ़ाओगे तो एक व्यक्ति शिक्षित होगा, पर एक स्त्री को पढ़ाओगे तो पूरा परिवार शिक्षित होगा। अतः नारी को शिक्षित करना समाज के सभी वर्गो की जिम्मेदारी है।