मेरठ। शहर के प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूल के संचालक पर स्कूल की पूर्व शिक्षिका ने दुष्कर्म के प्रयास का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
आरोप है कि नाजायज मांग न मानने पर पहले संचालक द्वारा उसे स्कूल से निकाल दिया गया और अब संचालक की शह पर कुछ बच्चों द्वारा उस पर फीस में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए सदर थाने में तहरीर दिला दी गई है।
एसएसपी ने सदर थाने को इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। बीआई लाइन निवासी पीड़िता के पिता मर्चेंट नेवी के रिटायर अधिकारी हैं। पीड़िता के अनुसार वर्ष 2015 अक्टूबर माह में वह वेस्ट एंड रोड स्थित एक पब्लिक स्कूल में शिक्षिका के पद पर नियुक्त की गई थी।
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने उसकी नियुक्ति के समय उसे कोई ज्वाइनिंग लेटर भी नहीं दिया। वह कक्षा दस के छात्रों को एसएसटी पढ़ाती थीं। पीड़िता के अनुसार बीती 17 जनवरी को स्कूल संचालक ने स्कूल की सुपरवाइजर के साथ उसे अपने घर बुलाया। नाश्ता करने के बाद सविता उसे वहीं छोड़कर चली गई।
आरोप है कि इसके बाद स्कूल संचालक और उनके एक अज्ञात साथी ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। उसके शोर मचाने पर आरोपियों ने उसे धमकी दी कि यदि उसने इस घटना के विषय में किसी को कुछ बताया तो वह उसका जीवन बर्बाद कर देंगे।
पीड़िता के अनुसार इसके बाद स्कूल संचालक लगातार उस पर अपने साथ लखनऊ या अन्य किसी शहर में घूमने चलने का दबाव बनाते रहे। इसके बावजूद जब उसने स्कूल संचालक की नाजायज मांग नहीं मानी तो बीती 22 फरवरी को बिना वेतन दिए उसे कोई कारण बताए बिना नौकरी से निकाल दिया गया।
इस मामले की रिपोर्ट लिखवाने वह सदर थाने पहुंची तो स्कूल संचालक के प्रभावशाली होने के कारण थाने में भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने आरोप लगाया कि अब उस पर दबाव बनाने के लिए स्कूल प्रबंधन ने कुछ बच्चों की फीस में हेरफेर करते हुए उस पर फीस हड़पने का आरोप लगा दिया है।
इस मामले में बच्चों को प्रभाव में लेते हुए सदर थाने में उसके खिलाफ तहरीर भी दिला दी है। शिक्षिका के अनुसार स्कूल की फीस बैंक में जमा होती है, जिसमें किसी प्रकार की हेरफेर संभव नहीं है। वैसे भी उनके पास कभी फीस का चार्ज रहा ही नहीं, ऐसे में वह कैसे फीस में हेरफेर कर सकती हैं।
उसने इस मामले मे स्कूल संचालक, सुपरवाइजर और अन्य के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। एसएसपी ने सदर पुलिस को जांच के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए।