नई दिल्ली। विश्व हिंदू कांग्रेस के दौरान शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद नेता अशोक सिंघल ने केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार पर गर्व जताते हुआ कहा कि 800 वर्षो में ऎसा पहली बार हुआ है कि एक स्वाभिमानी हिंदू दिल्ली की गद्दी पर बैठा है। तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के वक्ताओं में विहिप नेता सिंघल थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, तिब्बती धर्मगुरू दलाईलामा तथा श्रीलंका के उत्तरी प्रांत के मुख्यमंत्री सी.वी.विग्नेस्वरन ने सत्र को संबोधित किया। वक्ताओं ने इंडिया की जगह भारत शब्द को प्राथमिकता दी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी तथा निर्मला सीतारमन ने भी सत्र को संबोधित किया।
अपने भाषण में सिंघल ने कहा कि आठ शताब्दियों बाद दिल्ली की सत्ता एक स्वाभिमानी हिंदू के हाथ में आई है। उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के बाद आठ सौ वर्षो तक सत्ता पर कोई स्वाभिमानी हिंदू काबिज नहीं हो पाया था। ऎसा आठ शताब्दियों बाद हो पाया है। भागवत ने क हा कि एक हिंदू का मतलब है, वह मानव जो हर प्रकार की विभिन्नता में एकता चाहता है।