नई दिल्ली। पंजाब, गोवा और गुजरात में विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बाद अब आम आदमी पार्टी ने राजस्थान में सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इसके लिए राजधानी दिल्ली से एक टीम को गुजरात और राजस्थान और रवाना किया जाएगा। टीम पार्टी के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के बीत तालमेल बनाने का काम करेगी। दरअसल पार्टी पंजाब की गलती से सबक लेते हुए इस टीम का गठन कर रही है।
पंजाब में जिस तरह आप को क्षेत्रियों नेताओं के कारण भूट झेलनी पड़ी थी इसी के मद्देनजर इस टीम का गठन किया गया है। दूसरी ओर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और राजस्थान का प्रभारी मनीष सिसोदिया के अनुसार आप की नजर भाजपा, कांग्रेस के असंतुष्ट खेमे के साथ प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी पर भी है।
राजस्थान का प्रभारी नियुक्त होने के नाते सिसोदिया ने कहा कि वो यहां कुछ नेताओं के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग यहां संगठन खड़ा करने में काफी मेहनत कर रहे हैं। ब्यूरोक्रेट्स या दूसरी पार्टियों के जो लोग प्रदेश में बदलाव चाहते हैं उनका हम स्वागत करेंगे।
इतना ही नहीं सिसोदिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं से मुझे फीडबैक मिला है कि लोग यहां भाजपा सरकार से नाराज हैं और कांग्रेस पर उन्हें भरोसा नहीं है। राजस्थान में दोनों ही पार्टियों से जनता ऊब चुकी है।
इसलिए अब अगले दो सालों तक ‘आप’ कार्यकर्ता यहां के गांव-गांव तक जाएंगे। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि ‘राजस्थान में सरकार क्वालिटी एज्यूकेशन नहीं दे रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं ने यहां निजी स्कूलों का स्ट्रक्चर ही खड़ा किया है। इस काम में ब्यूरोक्रेट्स ने भी उनका साथ दिया है।’