चंडीगढ़। पंजाब में काफी दिनों से साथी की तलाश कर रही आम आदमी पार्टी को लुधियाना के बैंस बंधुओं के रूप में दमदार चेहरा मिल गया है।
शिरोमणि अकाली दल के खिलाफ लगातार मोर्चा खोलने वाले बैंस बंधुओं ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने की औपचारिक घोषणा की। पंजाब में बैंस बंधुओं की इंसाफ पार्टी पांच विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
सोमवार को चण्डीगढ़ के प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी संजय सिंह, पंजाब के संयोजक गुरप्रीत बड़ैच की मौजूदगी में सिमरजीत सिंह बैंस व बलबिंदर सिंह बैंस ने गठबंधन की औपचारिक घोषणा की।
गठबंधन की घोषणा करते हुए बैंस बंधुओं ने पंजाब की 117 विधान सभा सीटों में से पांच पर अपने प्रत्याशी उतारने का एलान किया। हालांकि आम आदमी पार्टी के साथ किन पांच विधान सभा सीटों पर समझौता हुआ है, इसका खुलासा बैंस बंधुओं ने अभी नहीं किया। उन्होंने कहा जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि लुधियाना दक्षिण और आत्मनगर विधानसभा से विधायक सिमरजीत सिंह बैंस और बलबिंदर सिंह बैंस ने शिरोमणि अकाली दल के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के खिलाफ काफी दिनों से मोर्चा खोल रखा है।
बैंस बंधु इंसाफ पार्टी के बैनर तले काफी समय से पंजाब के रेत माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। बैंस बंधुओं का आरोप है कि रेत माफियाओं को अकाली सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा हैं।
अभी कुछ दिनों पहले बैंस बंधुओं ने भाजपा के पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मिलकर आवाज-ए-पंजाब नामक एक मोर्चा बनाया था, लेकिन यह मोर्चा अभी राजनीतिक दल के रूप में तब्दील नहीं हो पाया है।
आम आदमी पार्टी व इंसाफ पार्टी के बीच गठबंधन की बुनियाद तो रविवार रात में बठिंडा में अरविन्द केजरीवाल के साथ बैंस बंधुओं की मुलाकात में ही रख दी गई थी।
अरविन्द केजरीवाल के साथ मुलाकात के बाद बैंस बंधुओं ने स्पष्ट कर दिया था कि उनकी बातचीत गठबंधन व समर्थन के मुद्दे पर हुई है, न कि आम आदमी पार्टी को ज्वाइंन करने को लेकर हुई है।