भीलवाड़ा। आपका जिला आपकी सरकार कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे बिना किसी पूर्व सूचना के पथरीले, ऊबड़-खाबड़ एवं धूल भरे रास्तों से होते हुए भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण इलाकों में उन जगहों पर पहुंची जहां अकसर प्रशासन नहीं पहुंच पाता।
कड़ी धूप और उमस में करीब 4 घंटे तक मुख्यमंत्री ग्रामीणों के बीच रहीं और सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया। जमीनी हकीकत से रूबरू हुईं राजे ने जन सुविधाओं में लापरवाही पर जहां अधिकारियों को चेताया, वहीं अच्छा काम मिलने पर शाबाशी भी दी।
सूरसागर की तरह विकसित हो गांधीसागर तालाब
शुरुआत भीलवाड़ा के गांधीसागर तालाब से हुई, जहां सीवरेज की गंदगी पानी को प्रदूषित कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस पर नाराजगी जताई और कलक्टर डॉ. टीना कुमार से सवाल किया कि इस झील में सीवेज क्यों जा रहा है।
उन्होंने तालाब को प्रदूषण रहित बनाने और इसे बीकानेर के सूर सागर तथा जयपुर के जलमहल की तर्ज पर विकसित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जल स्रोत को चारों तरफ पाल बनाकर सुन्दर और हरे-भरे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है।
एक ही दिन में जांच करें पानी है या नहीं
राजे सोला का खेड़ा के सरकारी प्राइमरी स्कूल में पहुंची, जहां ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि स्कूल में बच्चों के लिए पानी नहीं है क्योंकि हैण्डपम्प को उखाड़ दिया गया है। प्रशासन द्वारा यह तर्क दिए जाने पर कि हैण्डपम्प सूख गया था, ग्रामवासियों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि चलते हुए पानी वाले हैण्डपम्प को उखाड़ा गया है।
इस पर मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे एक ही दिन में पानी की उपलब्धता की जांच कराएं और स्कूल में पानी की समुचित व्यवस्था करें। राजे ने यहां मिड-डे-मील के रूप में बनाई गई लौकी की सब्जी और रोटी चखी।
बजरी का अवैध खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो
मुख्यमंत्री से ग्रामीणों ने मशीनों से बजरी के अवैध खनन की शिकायत की और बताया ताकि बनास नदी क्षेत्र में 10-10 मीटर गहरे गड्ढे और खाइयां खोद दी गई हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने हैरानी और गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि नदी क्षेत्र में बजरी के लिए 3 मीटर से अधिक गहरी खुदाई नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार जहां जल स्रोतों को संरक्षित करने के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन जैसा महत्वाकांक्षी अभियान चला रही है, वहां ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ तुरन्त सख्त कार्रवाई करें।
राशन डीलर का लाइसेंस निरस्त
भग्गा का खेड़ा गांव में भी जल स्वावलम्बन अभियान में लापरवाही का मामला सामने आया, जहां ग्रामीणों का कहना था कि 24 फरवरी के बाद से यहां कोई काम नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने तुरन्त जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए।
इसी गांव में चल रही राशन की दुकान के संचालक का तो मुख्यमंत्री ने मौकेे पर ही लाइसेंस रद्द करवा दिया। मुख्यमंत्री जब पोस मशीन के जरिए राशन वितरण की व्यवस्था जांचने पहुंची, तो राशन डीलर और दुकान का रजिस्टर गायब मिला।
प्रगतिशील खेती की सराहना
राजे को अपने निरीक्षण के दौरान कुछ अच्छे कार्य भी देखने को मिले। उन्होंने मंगरोप गांव में प्रगतिशील खेती का उदाहरण देखा। जहां पॉली हाउस और ग्रीन हाउस के साथ-साथ सोलर वाटर पंप का उपयोग कर मिर्च, अनार व करेला की खेती की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2012 में बनाए गए हमीरगढ़ ईको पार्क में पर्यटकों के ठहराव के लिए बने स्विस टेंट के उखड़े होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह जनता के पैसे का अपव्यय है, क्योंकि इसमें घटिया निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री ने उखड़े एवं फटे टेंटों को जल्द से जल्द सुधारने के निर्देश देते कहा कि इस सुन्दर वन क्षेत्र में पर्यटकों को आकर्षित करने की संभावना है। उन्होंने ईको पार्क में जंगली जानवरों की मौजूदगी की जानकारी ली तथा कहा कि यहां चिंकारा का ब्रीडिंग प्रोग्राम चलाया जा सकता है।
ईको पार्क से लौटते समय रास्ते में खेत में काम कर रही ग्रामीण महिलाओं उगमी, घीसी एवं काली बाई को देखकर मुख्यमंत्री ने गाड़ी रोकी, इन मजदूर महिलाओं के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने ककड़ी खाई।
मुख्यमंत्री राजश्री योजना के चैक भेंट किए
राजे ने हमीरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण कर वहां चिकित्सकों की उपलब्धता एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने आज बालिकाओं को जन्म देने वाली प्रसूताओं आशा नायक तथा चन्दा को राजश्री योजना के तहत ढाई-ढाई हजार के चैक तथा बिटिया होने पर बधाई पत्र सौंपे।
उन्होंने दोनों महिलाओं से कहा कि घर की बेटी लक्ष्मी होती है। इस योजना के तहत बेटियों के जन्म के बाद से उन्हें पढ़ाई तक 51 हजार रुपए सरकार देती है। राजे ने आमजन तथा स्वास्थ्य विभाग कर्मियों का आह्वान किया कि वे राजश्री योजना सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार -प्रसार करें।
उन्होंने अपनी ओर से भी इन बालिकाओं को उपहार दिए। इस दौरान कलक्टर डॉ. टीना कुमार तथा पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।