नई दिल्ली। फर्जी डिग्री, घरेलू हिंसा, मारपीट जैसे मामलों से जूझ रही अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) को सोमवार को एक और झटका लगा।
आप की महिला विधायक भावना गौड़ पर साल 2013 और साल 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले शासकीय सक्षम अधिकारी के समक्ष दिए अपने शपथ पत्र में शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी देने का मामला चल रहा है।
सोमवार को दिल्ली की अदालत में इस केस की सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग के कर्मचारी के बयान दर्ज किए गए। साथ ही अदालत ने चुनाव आयोग से साल 2013 के विधानसभा चुनाव के पहले भावना गौड़ द्वारा दाखिल किए गए शपथ पत्र की प्रमाणित कॉपी भी मांगी। अदालत अब इस मामले की सुनवाई 10 सितंबर को करेगी ।
बताया जा रहा है कि साल 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की विधायक प्रत्याशी भावना गौड ने अपनी उच्चतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं बतायी थी।
वहीं साल 2015 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आप की इस महिला नेता ने शपथ-पत्र में उच्चतम शैक्षणिक योग्यता बीए और बीएड बतायी थी।
याचिकाकर्ता का सवाल था कि साल 2013 से साल 2015 के विधानसभा चुनावों के बीच मात्र 14 महीने के समय में भावना गौड ने बीए एवं बीएड की डिग्री कैसे कर ली।
याचिकाकर्ता का कहना था कि या तो आप की महिला विधायक भावना गौड़ की स्नातक डिग्री फर्जी हो सकती है या उन्होंने शपथ-पत्र में अपनी शैक्षणिक योग्यता की गलत जानकारी दी है।