चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैरा को पंजाब विधानसभा के अंदर विधायकों के हंगामे का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर अपलोड करने के कारण सत्र के बाकी हिस्से के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।
गुरुवार को खैरा ने चार मिनट का एक वीडियो क्लिप फेसबुक पर अपलोड किया था। विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह ने विधानसभा के मार्शलों से खैरा के मोबाइल फोन को जब्त करने और उनके निलंबन का आदेश दिया था।
खैरा ने बाद में एक बयान में अपने निलंबन का विरोध करते हुए कहा कि पंजाब विधानसभा के बाकी बचे सत्र के लिए मुझे एकतरफा तरीके से निलंबित कर विधानसभा अध्यक्ष ने खुद को एक चापलूस और कांग्रेस सरकार के एक औजार के रूप में उजागर कर दिया है।
विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए आप विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के निर्देश पर मुझे बर्खास्त करते समय विधानसभा अध्यक्ष ने अनुचित निलंबन के बचाव में मुझे सफाई देने तक का मौका नहीं दिया।
खैरा ने कहा कि जब विधानसभा की कार्यवाही हंगामे के कारण स्थगित कर दी गई, इसे सामने लाने के लिए मैंने वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया। यह ध्यान देने योग्य है कि यह पहली बार नहीं है, जब एक विधानसभा सदस्य ने विधानसभा के अंदर वीडियो बनाया हो। खरा ने इससे पहले विधानसभा के अंदर के वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर अपलोड करने के वाकए गिनाए।
खैरा ने कहा कि मैं चकित हूं कि लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे देश को लाइव दिखाई जाती है, फिर कांग्रेस सरकार और विधानसभा अध्यक्ष मेरे द्वारा फेसबुक पर एक वीडियो साझा करने को लेकर इतना परेशान क्यों हैं?उल्लेखनीय है कि खैरा ने वरिष्ठ मंत्री राणा गुरजीत सिंह को बेनकाब करने की एक मुहिम चला रखी है।