नई दिल्ली। विधायक वेद प्रकाश द्वारा आम आदमी छोड़कर भाजपा में शामिल होने को आम आदमी पार्टी (आप) ने बड़ा षड्यंत्र करार दिया है। आप ने आरोप लगाया है कि भाजपा अपनी पुरानी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। भाजपा आप के विधायकों को लालच देकर फिर पार्टी तोड़ने का प्रयास कर रही है।
वहीं आप ने एक अन्य विधायक के पार्टी छोड़ने की खबरों के बीच विधायक मदन लाल की मीडिया के सामने परेड कराई। विधायक वेद प्रकाश मामले पर मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में आप नेता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार मान ली है। यहीं कारण है कि वह बौखलाहट में ऐसे हथकंडे अपना रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पहले भी कई आप विधायकों को लालच देकर तोड़ने का प्रयास किया था। विनोद कुमार इसकी मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र में यकीन नहीं है, यही कारण है कि वह आप को तोड़कर अपनी सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। इससे पहले अन्य राज्यों में भाजपा ने तोडफ़ोड़ कर सरकार बनाई है।
उन्होंने कहा कि इस कोशिश की सजा उसे निगम चुनाव में मिलेगी। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि आप को बदनाम करने के लिए भाजपा विधायक को सामने लाकर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के खिलाफ बुलवा रही है।
वेद प्रकाश का इस्तीफा मिलने से इनकार
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने आप विधायक वेद प्रकाश का इस्तीफा मिलने से इनकार किया है। रामनिवास गोयल ने सोमवार शाम यहां कहा कि अभी मुझे इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। न इस बारे में पत्र मिला है और न ही कोई मोबाइल मैसेज ही प्राप्त हुआ है। आम आदमी पार्टी की ओर से भी किसी प्रकार का कोई मैसेज नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि विधायक के इस्तीफा देने के बारे में न्यूज चैनलों पर ही देखा है। जहां तक इस्तीफा मंजूर करने का सवाल है तो इसमें सिर्फ कानूनी पहलू यही देखना होता है कि इसके लिए किसी का दवाब या कोई और वजह तो नहीं रही है। इस संबंध में मंगलवार को कार्यालय पहुंचने के बाद ही आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
वेद प्रकाश ने उठाए आप सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल
आप से बागी और अब भाजपा में शामिल हो चुके बवाना के विधायक वेद प्रकाश ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा देने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने आप सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पार्टी छोड़ने की प्रमुख वजह आप सरकार का भ्रष्टाचार समाप्त करने एवं चुनावी वादों को पूरा करने के मोर्चे पर विफल रहना बताया था।
मुख्यमंत्री के नाम लिखे गए इस पत्र में वेद प्रकाश ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर दिल्ली की सत्ता में आई आप सरकार ने गत दो वर्षों में भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर कुछ नहीं किया। इतना ही नहीं सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म करने की कोई इच्छा शक्ति भी नहीं दिखाई।
पत्र में आप सरकार के चुनावी वादों का जिक्र करते हुए पूर्व आप नेता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं की घोषणा के बाद भी वहां कोई काम शुरू नहीं हुआ। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य-सुविधाएं दयनीय हालत में हैं। यहां एक मात्र महर्षि वाल्मीकि अस्पताल है लेकिन उसमें भी सुविधाओं का टोटा है।
बवाना जेजे कॉलोनी, कृष्ण विहार तथा जैन कॉलोनी में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। वेद प्रकाश ने किसान एवं मजदूरों के मुददे पर भी आप सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त फंड होने के बावाजूद उसका किसानों एवं मजदूरों के हित में उपयोग नहीं किया गया साथ ही लैंड पूलिंग स्कीम पर भी सरकार ने कोई ठोस काम नहीं किया।