नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की ओर से अरविंद केजरीवाल पर जारी कार्टून विज्ञापन की तीसरी किश्त ने भी बवाल खडा कर दिया है।
इसमें इस्तेमाल किए गए गोत्र शब्द को जहां आम आदमी पार्टी पूरे अग्रवाल समाज के प्रति हमला बता रही है तो भाजपा बचाव की मुद्रा में उतरते हुए इसे अरविंद केजरीवाल की मानसिकता के लिए उपयोग में लाया गया शब्द बता रही है।
भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर व्यक्तिगत हमला करते हुए सोमवार को समाचार पत्रों में कार्टून सीरीज का तीसरा एड जारी किया। इसमें अरविंद को राजपथ पर परेड के रास्ते में झाडू लेकर खडा दिखाया। इसमें आपत्ति उन शब्दों से हुई जिनमें भाजपा ने अरविंद को उपद्रवी गोत्र का बताया। आम आदमी पार्टी ने इसी शब्द को पकड लिया। खुद अरविंद केजरीवाल ने इसे अग्रवाल समाज पर हमला बताया। वहीं चुनावों में जातिगत विद्वेष फैलाने को लेकर चुनाव आयोग से बीजेपी की शिकायत करने का भी निर्णय किया।
इधर, भाजपा आप के इस हमले से सकते में आ गई। वह गोत्र शब्द को मानसिकता के लिए उपयोग किया गया बता रही है। स्थिति यह हुई कि भाजपा को वैश्य समाज के उर्जा मंत्री पीयूष गोयल को लाकर इस बात का स्पष्टीकरण देना पडा कि उनके इस विज्ञापन में गोत्र का मतलब अग्रवाल समाज से नहीं है। इस विज्ञापन ने भाजपा के लिए नई मुसीबत कर दी है क्योंकि रीटेल में एफडीआई लाने की भाजपा की केन्द्र सरकार की सुगबुगाहट के साथ ही इस विज्ञापन को वैश्य समाज पर हमला बताने की आप की रणनीति दिल्ली में बीजेपी के सबसे बडे आधार वैश्य समाज को नाराज कर सकती है।