नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के भीतर राजनीतिक भूचाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अपने ब्लॉग से पार्टी में हड़कंप मचाने वाले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और महाराष्ट्र के संयोजक मयंक गांधी ने शनिवार को फिर एक खुलासा करते हुए लिखा है कि पार्टी छोड़ने के लिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है।
मयंक गांधी ने इस ब्लॉग में आशीष खेतान और उनके समर्थकों पर निशाना साधते हुए लिखा है कि पहले ब्लॉग के बाद आम आदमी पार्टी में उनका अपमान किया जा रहा है ताकि मैं खुद ही पार्टी छोड़ दूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं के समूह ने जो पार्टी के सारे फैसले करते हैं, मुझे बीबीएम (ब्लैकबेरी मेसेंजर) ग्रुप से निकाल दिया है।
मयंक ने लिखा है कि मेरा ब्लॉग किसी व्यक्ति विशेष या नेतृत्व को लेकर नहीं है। यह सिर्फ पारदर्शिता को लेकर है कि हम कैसे काम करते हैं अगर आपने मेरे पहले ब्लॉग को ध्यानपूर्व पढ़ा होगा तो उसमें सिर्फ एक झूठे आदेश को चुनौती दी गई थी। चार मार्च की बैठक की बात और निष्कर्षों को अपने ब्लॉग पर मैंने लिखा था जो हमारे कार्यकर्ताओं के लिए था।
गांधी ने लिखा,’न तो ये कोई विद्रोह है, न ही किसी नेतृत्व के खिलाफ है और न हीं मैं लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं।’ उन्होंने लिखा है कि अरविंद केजरीवाल बेशक इस देश के लोगों के लिए एक उम्मीद हैं और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
गौरतलब है कि मयंक गांधी ने पांच मार्च को अपने ब्लॉग में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से हटाए जाने के लिए सीधे-सीधे अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया था।
इसके बाद आशीष खेतान ने मयंक गांधी पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर लिखा था कि कुछ लोग सुबह-शाम टीवी इंटरव्यू देंगे, कुछ दिल्ली और फिर देश के विकास के लिए दिन-रात काम करेंगे। कुछ लोग ब्लॉग लिखेंगे, कुछ इतिहास लिखेंगे। विडंबना यह है कि हजारों लोग, जिन्होंने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को बनाया है, वे न लेख लिख पाते है और न ही टीवी इंटरव्यू की कला में माहिर हैं।’
महाराष्ट्र से पार्टी की नेता अंजलि दमानिया ने भी मयंक गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।