नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी आप के पीएसी से बाहर निकाल जाने पर पहली बार प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया की पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो गया है। पीएसी से बाहर किये जाने को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इससे पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के बीच गलत संदेश गया है।
एक निजी समाचार चैनल से बात चित में भूषण जूनियर ने बताया कि आप में आंतरिक लोकतंत्र और स्वराज समाप्त हो गया है। इससे वह और योगेन्द्र यादव बहुत आहत थे और गंभीरता से उठा रहे थे जिसका परिणाम यह हुआ की दोनों को पीएसी से बाहर से का रास्ता दिखा दिया गया। वैस अभी उन्होंने उम्मीद नहीं छोडी है। उन्होंने कहा कि पार्टी की एकजूटता बनी रहेगी।
भूषण ने कहा कि यह पार्टी लाखों लोगों ने खून पसीने से ‘नई विचारधारा के तहत बनाई। लोगों की आस्था थी कि यह दल नई राजनीति के नियम कायम करेगी। मैं इस पार्टी में इसलिए शामिल हुआ क्योंकि मुझे अपेक्षा थी कि यह पार्टी अन्य राजनीतिक दलों से अलग होगी, लेकिन धीरे-धीरे लगने लगा कि कुछ मामलों में पार्टी सिद्धांतों से बिछड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि चार मार्च को हुई आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से बाहर करने का फैसला किया था,जिसके बाद से आप में बगावत के शुरू तेज होने लगें हैं।