नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में फूट पडती दिखाई दे रही है। पार्टी के तीन सांसद संगठन में हाल में हुए फेरबदल के निर्णयों में अनेदखी से बेहद खफा हैं।
सांसदों का आरोप है कि पंजाब संगठन में हो रही नियुक्तियों में उनसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया जा रहा है, जबकि हम पार्टी के चुने हुए प्रतिनिध हैं।
जानकारों की मानें पंजाब से चार में से पार्टी के तीन सांसद सुच्चा सिंह छोटेपुर को संयोजक बनाए रखने से आहत हैं। तीन सांसद खुलकर इस फैसले के विरोध में उतर आए हैं।
संसदीय क्षेत्र में उपलब्ध नहीं रहने की शिकायतें मिलने से पार्टी भी इन सांसदों से नाराज बताई जा रही है। पार्टी ने बागी सांसदों को लगाम लगाने के लिए उनके क्षेत्रों में एक साल का लेखा जोखा मांगा है।
फतेहगढ़ साहिब से सांसद हरिंदर सिंह खालसा ने अपनी नाराजगी से पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को अवगत कराने के लिए एक ईमेल भी उन्हें भेजा था।
उन्होंने मेल के माध्यम से पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को साफ कह दिया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह द्वारा पंजाब में एक धड़े को प्रोत्साहन देने से पार्टी को नुकसान हो रहा है।
उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संगरूर से सांसद भगवंत सिंह मान ने फिलहाल खुलकर अपनी नाराजगी जो चाहिर नहीं की है लेकिन भीतरखाने वे भी इस फैसले से नाराज हैं।
आप के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राज्य पर्यवेक्षक संजय सिंह ने बागवत की खबरों को सिरे से नकारते हुए कहा कि पार्टी के भीतर ऐसे ही कोई बात नहीं है।
यदि इस प्रकार की कोई शिकायत मिलेगी तो उस पर विचार किया जाएगा।फिलहाल हमारा ध्यान जनता के लिए काम करने पर है।