वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अंतर संकाय युवा महोत्सव स्पंदन में बुधवार की अपरान्ह देश के जाने माने अभिेनेता जुनियर बच्चन नाम से मशहूर अभिषेक बच्चन का जादू छात्रो के सिर चढ़कर बोला।
अभिषेक को देखने और उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ छात्रो में लगी रही। अभिषेक के मंच पर आते ही छात्रो ने तालियो की गड़गड़ाहट और सीढियों के बीच हर हर महादेव के उद्घोष से किया।
अभिषेक ने कुलपति प्रो.जीसी त्रिपाठी के अभिवादन के बाद छात्रो से कहा उन्हें प्यार भरा नमस्कार इस पर छात्र और छात्राएं कुर्सी पर खड़ा होकर तालिया बजाने लगे इस दौरान अभिषेक के प्रति छात्राओं की दीवानगी देखते बन रही थी।
जूनियर बच्चन भी छात्रों के गर्मजोशी भरे प्यार को देख अभिभूत रहे। अभिनेता ने विश्वविद्यालय से तीन पीढ़ियों का पारिवारिक रिश्ता बता बेटी आराध्या को यहां पढ़ाने की इच्छा जताई तो छात्र खुशी से उछल पड़े। जूनियर बच्चन ने कहा कि वह खुद 1997 से बनारस आ रहे हैं।
बाबा की नगरी ने मुझे और मेरे परिवार को जो दिया है उसके लिए बच्चन परिवार शिव की नगरी का सदैव ऋणी रहेगा। तीन पीढिय़ों से काशी से अटूट नाता है। यहां की मिटृटी में अपनापन है।
इसके पूर्व विश्वविद्यालय के एलडी गेस्टहाउस में पत्रकारो से बातचीत के दौरान कहा कि बाबा विश्वनाथ व श्रीसंकट मोचन हनुमानजी की कृपा से ही उनके जीवन में खुशियां आई है। उनके प्यार पर काशी ने ही मुहर लगाई तब जाकर वह गृहस्थ जीवन में प्रवेश कर सके। उनका इशारा अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन की तरफ था।
प्रो कबड्डी लीग के मालिक अभिषेक बच्चन ने कहा कि कबड्डी उनका पसंदीदा भारतीय खेल रहा है क्योंकि डैड ने बचपन में कबड्डी सिखाई थी। भारत में सिर्फ क्रिकेट ही एक ऐसा खेल है जो पूरी तरह से व्यवस्थित है। हम भी कबड्डी को हम व्यवस्थित तरीके से प्रचारित कर रहे हैं ताकि देश की प्रतिभा निखर कर सामने आए।
देश के राष्ट्रीय खेल हॉकी के प्रोत्साहन के बाबत पूछने पर अभिषेक बच्चन ने कहा कि अभी उनका पूरा फोकस कबड्डी पर है। हॉकी को लेकर कोई अवसर सामने आया तो वह अवश्य इसपर काम करेंगे।
बीएचयू से विशेष लगाव को लेकर कहा कि तीन पीढिय़ां उनकी बीएचयू से जुड़ी है। दादा हरिवंश राय बच्चन ने अपनी कालजयी रचना मधुशाला का बीएचयू में काव्य पाठ किया था। पिता अमिताभ बच्चन भी बीएचयू आ चुके हैं। अब मैं भी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच पहुंचकर खुद को गौरवान्वित कर रहा हूं।