खुला विश्वविद्यालय में भी चलेगी मूल्यों की पढ़ायी
ब्रह्माकुमारीज संस्था के शिक्षा प्रभाग के बीच समझौता
आबू रोड। युवाओं में मूल्यों के जरिये श्रेष्ठ संस्कार और आदर्श शिक्षा की जरूरत है। आजकल के युवाओं में ज्ञान है परन्तु भौतिक ज्ञान के साथ आध्यात्मिक मूल्य एवं ज्ञान का अभाव होता जा रहा हैँ। इससे संस्कारविहिन मनुष्य का जीवन एक पशु के समान हो जाता है। मूल्य आधारित शिक्षा से युवाओं में श्रेष्ठ संस्कार बनेंगे।
उक्त उदगार कर्नाटक खुला विश्वविद्यालय के कुलपति एम जी कृष्णनन ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था तथा कर्नाटक खुला विश्वविद्यालय ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के शिक्षा प्रभाग द्वारा मूल्य आधारित शिक्षा पाठयक्रम के एमओयू के दौरान लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
ब्रह्माकुमारीज संस्था के शिक्षा प्रभाग द्वारा बनाये गये मूल्य आधारित शिक्षा पाठयक्रम के लिए कर्नाटक राज्य खुला विश्वविद्यालय के बीच समझौता किया गया। इसके तहत अब कर्नाटक खुले विश्वविद्यालय में भी मूल्य आधारित डिप्लोमा, डिग्री तथा कई पाठयक्रम चलाये जायेंगे।
कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था का ज्ञान सभी धर्मों सम्प्रदायों से हटकर है। आध्यात्मिकता के पाठ हर एक मनुष्य के लिए जरूरी है इसलिए यह समझौता किया गया है।
संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने कहा कि इस सृष्टि पर एक समय ऐसा भी था जब मानव मूल्यों से संपन्न था। आज हमें अपने जीवन में भी उसी मूल्य को शामिल करने की आवश्यकता है। तभी हमारा जीवन सुखमय हो पाएगा।
मूल्यों से संपन्न व्यक्ति ही भारत को विश्व गुरू का दर्जा पुन: दिलाएगा और भारत सोने की चिडिय़ा कहलाएगा। जीवन में उसी मूल्य को धारण करने के लिए यह ब्रह्माकुमारीज़ के शिक्षा प्रभाग द्वारा यह वैल्यूज एज्यूकेशन का कोर्स प्रारंभ किया गया है।
इस कार्यक्रम को शिक्षा प्रभाग के उपाध्यक्ष बीके मृत्युंजय, ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के प्रवक्ता बीके करूणा, मैसूर सबजोन की प्रभारी बीके लक्ष्मी, बीके पांडयमणि, बीके रंगनाथ ने भी संबोधित किया और कहा कि यह शिक्षा समाज में एक नई चेतना का संचार करेगी और मानव को मूल्यों के प्रति आकर्षित करेगी। कई विश्वविद्यालयों में यह शिक्षा दी जा रही है जिससे बड़ी संख्या में युवाओं में रूझान है।