चित्तौडग़ढ़। चित्तौड़ जंक्शन पर बुधवार दोपहर एसी में आग लगने व धुंआ निकलने के बाद एका-एक भगदड़ मच गई व यात्री दहशत में आ गए। एक कक्ष से धुंआ निकालने के लिए कांच भी फोडऩे पड़े। वहीं रेलवे के अधिकारी ऐसी किसी घटना से इंकार कर रहे हैं तथा इसे मात्र सायरन अलर्ट की जांच करने की बात कह रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर चित्तौड़ जंक्शन पर मीरा द्वार के यहां प्लेटफार्म संख्या एक के निकट स्थित रूट रिले इंफोर्मेशन टावर के कक्ष में अचानक धुंआ उठने लगा। कर्मचारियों ने जांच की तो सामने आया कि भीतर एसी में धुंआ निकलने के बाद आग लग गई थी।
इस पर विद्युत प्रवाह बंद कराने लिए आवाजें लगाई। इससे हंगामा हो गया तथा यात्रियों का ध्यान भी इस तरफ गया। स्टेशन पर सबसे अधिक भीड़ भी प्लेटफार्म एक पर थी। इस पर लोग मीरा द्वार व उस कक्ष से दूर भागे, जिसमें आग लगी थी। इससे थोड़ी देर के लिए भगदड़ की स्थित हो गई। जहां आग लगी उस कक्ष में काफी धुंआ भर गया था।
धुंआ निकालने के लिए खिड़की के कांच फोडऩे की नौब्बत आ गई। सूचना पर रेलवे के अधिकारी मौेके पर आए। यहां तथा रूट रिले इंफोर्मेशन टावर के कक्ष में जांच की। यहां केवल एसी में ही आग लगने की बात सामने आई तो सभी ने राहत की सांस ली।
गनीमत रही कि स्टेशन पर अधिक भीड़ नहीं थी। वहीं करंट भी नहीं फैला और आग एसी से आगे नहीं बढ़ पाई। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इधर, स्टेशन प्रबंधक बीएल मीणा ने बताया कि आग लगने जैसी घटना नहीं हुई है। यहां कक्ष में लगे सायरन अलर्ट की जांच की जा रही थी।