जयपुर। आईएएस अधिकारी और वर्तमान में कृषि आयुक्त नीरज के.पवन के ठिकानों पर बुधवार सुबह एसीबी ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि एसीबी की अलग-अलग करीब बीस टीमें जयपुर में प्रतापनगर स्थित उनके आवास, दफ्तर और अलवर और भरतपुर समेत छह स्थानों पर कार्रवाई कर रही हैं।
चहेतों को ठेका देने का मामला
जानकारी के अनुसार एसीबी ने एनआरएचएम ठेका प्रक्रिया में घोटाले में मिली शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि नीरज ने एनआरएमएच योजना में ठेके आवंटन प्रक्रिया में अनियमितता बरतते हुए अपने चहेतों को ठेके आंवटित किए।
इसके अलावा नीरज पर एक ओर नए घोटाले को अंजाम देने की शिकायत भी एसीबी को मिली थी। हालांकि अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि एसीबी ने नीरज को हिरासत में लिया या नहीं। समाचार लिखे जाने तक एसीबी की कार्रवाई जारी थी।
तेज तर्रार आईएएस हैं नीरज
आईएएस नीरज प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं। जानकारी यह भी सामने आई है कि नीरज के साथ एसीबी की टीम एक अन्य व्यक्ति से भी इस मामले में पूछताछ कर रही है। सर्च ऑपरेशन में कई टीमों को लगाया गया है।
आईएएस नीरज मौजूदा समय में राज्य के कृषि सचिव हैं। इससे पहले खान घूसकांड और एकल पट्टा प्रकरण में दो आईएएस अशोक सिंघवी और जी.एस.संधु पर भी एसीबी ने भ्रष्टाचार की कार्रवाई की थी।
डेढ़ करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप
बताया जा रहा है कि आईएएस नीरज के खिलाफ एनआरएचएम में ठेका आवंटन करने के लिए डेढ़ करोड़ की रिश्वत लेने की शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम पिछले छह माह से नीरज पर नजरें जमाए बैठी थी।
बताया जा रहा है कि एसीबी ने नीरज पर शिकंजा कसते हुए गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली है। इस पूरे प्रकरण में एसीबी ने एक दलाल अजीत सोनी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं कानूनी प्रक्रिया से निपटने के लिए नीरज के परिजनों ने वकीलों से सलाह ली है।