अजमेर। भ्रष्टाचार में घिरे बड़ल्या स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्य एमएम शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अजमेर ने मोर्चा खोल दिया है।
माना जा रहा है कि शीघ्र ही एसीबी 2008 में संविदा पर लगे कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति मामले में गिरफ्तार करके पूछताछ शुरू कर देगी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि इसी कॉलेज की एक महिला व्याख्याता कविता शर्मा ने एसीबी को परिवाद प्रस्तुत करके प्राचार्य शर्मा पर संविदा कर्मियों की नियुक्ति मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
परिवादिया का आरोप है कि वर्ष 2008 में संविदा पर लगे कर्मचारियों से भारी मात्रा में रिश्वत लेकर स्थाई नियुक्ति प्राचार्य शर्मा ने दी है। परिवाद में ऐसे कर्मचारियों के नाम भी उजागर किए गए हैं जिन्हें रिश्वत के आधार पर शर्मा ने नियुक्ति दी है।
एसीबी अजमेर सूत्रों का कहना है कि इस शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल एसीबी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किन-किन संविदा कर्मियों को वर्ष 2008 में शर्मा ने नियुक्तियां दी थी।
उनका पता लगने पर एसीबी उन कर्मचारियों को तलब करके पूछताछ शुरू करेगी। गौरतलब है कि इंजीनियंरिग कालेज के प्राचार्य शर्मा के घोटालों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पहले ही मोर्चा खोल रखा है। परिषद के कार्यकर्ता नित घरना प्रदर्शन कर रहे हैं।