रायपुर। राज्य की एन्टी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए प्रदेश के 10 वरिष्ठ अधिकारियों के ठीकानों में छापामार कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच-पड़ताल में करोड़ों की चल-अचल अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा हुआ हैं। टीम लगातार जांच में जुटी हुई हैं।
एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुपातहीन संपत्ति की शिकायत मिलने पर प्रदेश के आठ अधिकारियों के ठीकानों पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने शनिवार की सुबह से छापेमार कार्रवाई की।
जिन अधिकारियों के यहां कार्रवाई हुई उसमें (1) पं. रविशंकर शुक्ल विवि के कुलसचिव केके चन्द्राकर, (2) राजीव गांधी शिक्षा मिशन के ज्वाइंट डायरेक्टर हरेराम शर्मा, (3) नागरिक आपूर्ति निगम की अतिरिक्त संचालक दयामणी मिंज, (4) घरघोड़ा नगर-पालिका के सीएमओ अरुण शर्मा, (5) प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के कार्यपालन यंत्री शुभ नारायण पाठक, (6) नगर-निगम बिलासपुर के कार्यपाल यंत्री सुरेश बरुआ, (7) प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना रायगढ़ के अधीक्षण यंत्री अरविंद राही और (8) जल संसाधन विभाग के एसडीओ अनिल राही शामिल हैं।
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि उक्त सभी अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायतें मिली थी। जिसके बाद एसीबी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने शनिवार की सुबह सभी अधिकारियों के ठीकानों पर एक साथ कार्रवाई शुरु कर की।
बताया गया कि छापे के दौरान पं. रविशंकर शुक्ल विवि. के कुलसचिव केके चन्द्राकर के यहां से 40 लाख रुपए की एफडी, हाउसिंग बोर्ड में मकान, हीरापुर रायुपर में एक मकान, कार्पोरेशन गुमा में 20 एकड़ जमीन के दस्तावेज, बैंक लॉकर, वाहन, सोने के जेवरात आदि मिले हैं।
इसी तरह राजीव गांधी शिक्षा मिशन के ज्वाइंट डायरेक्टर हरेराम शर्मा के यहां से विशालनगर रायपुर में एक मकान, तोरवा में 7 एकड़ जमीन, टाटीबंद मेंमकान, बोरियाकला में 2 एमआईजी मकान, नया रायपुर में 2400 वर्गफुट के 2 प्लॉट के कागजात मिले हैं।
हरेराम शर्मा द्वारा अपने भाई रामजी शर्मा के साथ कोयला के कारोबार में भी इन्वेस्ट किए जाने तथा हैदराबाद में निवेश की भी जानकारी मिली हैं। एसीबी को नान की अतिरिक्त संचालक दयामणी मिंज के यहां से 5 सूटकेस में करोड़ों की जमीनों और मकानों के कागजात मिले हैं जिसमें नेहरुनगर में 3000 वर्गफुट में 2 मकान, परिजात कॉस्टल में मकान, बिलासपुर रानीगांव में 20 एकड़ का फार्म हाउस, तालपुरी भिलाई में एमआईजी मकान, रतनपुर रोड पर स्वयं के नाम पर 3 एकड़, 40-50 बैंक खाते, 60 लाख की एफडी, सोने-चांदी के जेवरात एवं डेड़ लाख रुपए की नकदी मिलें हैं।
घरघोड़ा नगर-पालिका के सीएमओ अरुण शर्मा के बिलासपुर मकान में छापे पर मकानों के कागजात मिलें हैं जिसमें 2400 वर्गफुट के मकान, 5 हजार वर्गफुट के मकान, 5 हजार वर्गफुट के काम्प्लेक्स में 12 दुकानें, 2 हजार और 4 हजार वर्गफुट के मकानों पर बने मकानों में 7 लोग किराए से रह रहे हैं।
प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के कार्यपालन यंत्री शुभ नारायण पाठक के कोरबा के यहां से श्रीकांत वर्मा मार्ग बिलासपुर के आवास में पाठक तकिए के कवर में 40 लाख रुपए डालकर घर के पीछे फेंक दिया था, जिसे बरामद किया गया। उनके घर से विभिन्न जमीनों के कागजात जिसमें बिलासपुर में तीन मकान, घाटीडीह में जमीन, उत्तर प्रदेश के बालिया में एक होटल की जानकारी मिली है। कोरबा के आवास से दो लाख 30 हजार रुपए नकद मिले है।
नगर-निगम बिलासपुर के कार्यपाल यंत्री सुरेश बरुआ के यहां से दो मकान मिलें हैं, मटियारी में एस ब्रिक्स फैक्ट्री के कागजात, नकद एक लाख 40 हजार रुपए, दो चारपाहिया वाहन जिसमें एक बीएमडब्ल्यू शामिल हैं। आठ लाख एवं एक-एक लाख के चेक, श्री बरुआ के बेटे के ड्राईवर के यहां भी छापे की कार्रवाई की गई जहां से एक जर्मन पिस्टल और एक राउंड भी मिला।
राजपत्रित अधिकारियों के गवाहों के समक्ष ड्राईवर मनोज ने बताया कि यह पिस्टल अभय बरुआ ने रखने को दी थी। सर्च के दौरान पिस्टल मिलने पर संबंधित थाना पुलिस को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है।
प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना रायगढ़ के अधीक्षण यंत्री अरविंद राही के यहां से एसीबी को दो मकानों के कागजात, एक डेस्टिनी इन रेस्टॉरेंट चांटीडीह में, सीपर रोड में तीन मंजिला ग्लोबल काम्प्लेक्स, 17 जमीनों के कागजात मिलें है, सोने के जेवरात भी मिले है। सभी संपत्ति का मूल्यांकन किया जा रहा हैं। बहरहाल एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम सभी अधिकारियों के यहां से प्राप्त करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का मूल्यांकन कर रही हैं।