पटना। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नन्द किशोर यादव ने कहा कि अच्छे दिन का वादा कर केन्द्र में सत्तारूढ़ हुई भाजपा नीत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में महज पांच माह के अपने कामकाज से जनता को अच्छे दिन का एहसास करा दिया है। …
यादव ने यहां कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार लाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन आलोचकों को करारा जवाब दिया है, जिन्हें बदलाव नहीं दिख रहा है। उन्होंने पूर्व मुख्यंमत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग लोकसभा चुनाव से पहले मोदी लहर को अफवाह या व्लोअर की हवा बताकर लोगों को गुमराह कर रहे थे उन्हें चुनाव के बाद अपने जनाधार का अंदाजा मिल गया।
भाजपा नेता ने कहा कि दीवार पर लिखी इबारत पढ़ने में माहिर पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव की संगत में पड़ कर अपना हुनर खो बैठे हैं। वे चुनाव से पहले की गलती दोहराने के लिए 13 नवंबर से यात्रा पर निकलने वाले हैं।
यात्रा के दौरान वे केवल प्रधानमंत्री मोदी के सारे अच्छे कामों को झुठलाने या उसका मजाक उड़ाने की कोशिश करेंगे, लेकिन घटती महंगाई और चढ़ती अर्थव्यवस्था की हकीकत उन्हें जनता के सामने झूठा साबित करेगी।
यादव ने कहा कि सत्तारूढ़ जदयू ने नीतीश कुमार को संगठन और सरकार में समन्वय का काम सौंपा था। उन्होंने कहा कि राज्य की जीतन राम मांझी सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और पार्टी में नेता पद के लिए खींचतान मची है। पार्टी के दिए काम में नाकाम कुमार के पास न तो देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने लायक कोई तथ्य है न बिहार में उनकी पार्टी की 16 महीने की सरकार की कोई उपलब्धि।
भाजपा नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चाहे कितनी भी भ्रामक बयानबाजी कर ले लेकिन राज्य की जनता गुमराह नहीं होने वाली। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी यात्रा का नाम बदलकर दुष्प्रचार यात्रा रख लेना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार के सत्तारूढ़ होनेके बाद से पेट्रोल में कई बार जबकि डीजल के दाम में भी दो बार कटौती की गई है जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि सोने के भाव 800 रूपए प्रति दस ग्राम और चांदी के भाव 1900 रूपए प्रति किलोग्राम तक नीचे आए। शेयर बाजार में 519 अकों की रिकार्ड उछाल ने अर्थव्यवस्था के तेजी से मजबूत होने का संकेत दिया। प्याज के दाम तो अब न खबर बन रहे हैं न राजनीति करने लायक हैं।