

सिरोही। जीवन में सुख तभी मिलेगा जब हम अशुभ प्रवृत्तियों का त्याग करेंगे और शुभ कार्यों में तन, मन व धन से भागीदार बनेंगे । ये विचार जैनाचार्य विमलसागरसूरी ने शनिवार ने सिराही में नगर प्रवेश के बाद हीरसूरी उपाश्रय में आयोजित धर्म सभा में व्यक्त किये।
आचार्य ने कहा कि भगवान की आज्ञा है कि हम राग, देश, मोह-माया एवं ईष्र्या को छोडकर सादा जीवन उच्च विचार को जीवन में अपनावे, लेकिन हम भगवान की आज्ञा की अवज्ञा करके टांग खिंचाई व एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे रहेंगे तो फिर हमारा कल्याण नहीं होगा। आपकी त्याग तपस्या समर्पण एवं शासन की सेवा आपके जीवन में दिखाई देनी जरूरी है।
आचार्य ने कहा कि जिनवाणी का श्रवण, धार्मिक अनुष्ठान एवं पूजा पाठ का अपना महत्व और प्रभाव है उनकी पालना से जीवन में आने वाली विपदाएं टल जाती है। उन्होंने कहा कि सिरोही एक ऐसी ऐतिहासिक धरती है, जहां पर प्राचीन काल में आचार्य हीरसूरीश्वर की आचार्य पदवी हुई। उस समय तो को सोने की गिन्नी प्रभावना में दी गई।
आचार्य ने एक उदाहरण के माध्यम से कहा कि हमें आग लगाने वाला नहीं आग बुझाने वाला बनना हैं। जिन शासन बहुत भाग्य से मिला है इसलिए हमें अपने जीवन में शासन को उज्जवल बनाने के लिए त्याग, तपस्या, दया, धर्म एवं हर क्षेत्र में मददगार बनना होगा।
आचार्य ने परिवार के आयोजन को सकल श्री संघ का बनाने पर श्रीमती सुशीलादेवी, मुकेश मोदी, वीरेन्द्र मोदी, भरत मोदी एवं समस्त परिजनों की उदारता की सराहना करते हुए वाक्षेप डालकर उन्हें आशीर्वाद दिया। मोदी परिवार की ओर से भरत मोदी ने सामैया में बडी तादाद में पधारने पर हर्ष व्यक्त करते हुए श्री संघ का आभार व्यक्त किया।

सार्वजनिक प्रवचन आज
विमलवाणी आयोजन समिति के आह्वान पर मुकेश प्रकाषराज मोदी ने रविवार को आदर्श नगर में सवेरे 10 बजे आचार्य विमलसागरसूरी का सार्वजनिक प्रवचन का आयोजन एवं प्रसादी रखी है। आदर्श नगर पहुंचने के लिए मोदी लाईन, लीलवणी चैक, राजमहल, बग्गीखाना एवं षांतिनगर से वाहनों की व्यवस्था रखी गई है। आचार्य सवेरे 9 बजे आदर्श नगर पहुंचकर मुकेश मोदी एवं वीरेन्द्र मोदी के निवास पर पगलिये करेंगे, इसके बाद सार्वजनिक प्रवचन में उपस्थित हजारों लोगों के बीच धर्म, शिक्षा एवं संस्कार विषय पर अपना प्रवचन करेंगे। सार्वजनिक प्रवचन के लिए शहर में होर्डिग भी लगाये हैं तथा विशाल मंडप तैयार किया गया है।
वीर हवन होगा
आचार्य की निश्रा में दोपहर विजय मुहूर्त में जैन वीसी में घंटाकर्ण महावीर हवन पूजन विधि पूर्वक होगा। जिसमें 151 श्रावक भाग लेगें। शाम को बडे आदेश्वर मंदिर में सामूहिक आरती व श्राविका उपासरा में सांझी मंगल गीत होंगे।
किया भव्य सामैया
सिरोही। आचार्य विमलसागरसूरी के 22 वर्ष बाद सिरोही में आचार्य के रूप में आगमन पर सकल जैन संघ की ओर से भव्य सामैया किया गया। सामैया जुलुस सुशीलादेवी प्रकाशराज मोदी परिवार की ओर से किया गया।
कृष्णापुरी जैन मंदिर पहुंचकर वहां आचार्य की अगवानी मंगल कलशों के साथ की गई। मोदी परिवार की ओर से जुलूस में शामिल श्रावकों का साफा व दुपट्टा पहनाकर अभिनंदन किया गया।
आचार्य मोदी परिवार की ओर से आयोजित पांच दिवसीय जिनेश्वर भक्ति महोत्सव एवं ऋण स्वीकार आयोजन में निश्रा प्रदान करेंगे। कृष्णापुरी से श्रावक पुरुष श्वेत वस्त्रों में व महिलाएं लाल चुन्दडी वेश भूषा में तथा युवा लोग नृत्य करते हुए चल रहे थे। जुलुस पैलेस रोड से राठौड लाईन, सदर बाजार, लीलवणी चैक, राजमहल मार्ग होता हुआ सुनार वाडा में मोदी परिवार के निवास पर पहुंचा। जहां पर आचार्य व उनके मुनिराज पद्मविमलसागर ने पंगलिये कर मोदी परिवार को आशीर्वाद दिया।
यहां से आचार्य चतुर्विद संघ के साथ जैन वीसी पहुंचे तो सकल जैन संघ की ओर से उनका वधामणा किया गया। दोपहर में श्री पाश्र्वनाथ पंच कल्याणक पूजन आचार्य की निश्रा में विधिकारको ने विधि पूर्वक करवाया।
संगीतज्ञ रमेश कोठारी, कमलेश चौधरी ने भक्ति संगीत प्रस्तुत कर भक्तो को लुभाया। सकल संघ की ओर से जैन समाज के मुख्य टिलायत किशोर चैधरी ने आचार्य के आगमन पर आभार व्यक्त किया एवं कमलेश चौधरी ने समाज की ओर से आचार्य को सिरोही में चातुर्मास करने की विनती की, जिस पर आचार्य ने कहा कि वे सिरोही में चातुर्मास की भावना रखेंगे और जब भी अवसर आएगा मौका देंगे।