सबगुरु न्यूज-सिरोही। आठ बज गए हैं। अभी तक सिरोही शहर में लाइट नहीं गई। माॅर्निंग वाॅक से लौटा तो वहां पर भी लोग सीएम को इस बात के लिए धन्यवाद देते रहे कि उनके आने की तैयारी में ढाई साल में पहली बार सिरोही के जिला मुख्यालय होने का अहसास हुआ।
विशेष मार्गों में ही सही पर साफ सफाई, रोशनी और सौंदर्यीकरण नजर आया। तो बात बिजली की। यहां शहर के कुछ पानी चोरों को बचाने के लिए एक दशक से जिला कलक्टर, जलदाय विभाग और विद्युत निगम पूरे शहर को परेशान कर रहे हैं।
चोर पानी के। जो बूस्टर लगाकर दूसरों का हिस्से का पानी हडप जात हैं। ये चोर शहर के संभ्रात तबके के ज्यादा हैं क्योंकि बीपीएल वालों को तो मोटर खरीदना और उसे एक घंटे तक लगातार चलाकर बिजली का बिल बढाना थोडा मुश्किल है। इनके लिए कार्रवाई का प्रावधान है, लेकिन जिस तरह शहर में छुटभैये नेताओं के कारण स्पीड ब्रेकर्स उग गए थे, वैसे ही छुटभैये नेताओं के संरक्षण में पानी चोर पनप गए हैं।
सिरोही शहर में बूस्टर की समस्या को रोकने की बजाय जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर जलदाय विभाग कानून व्यवस्था के नाम पर पिछले एक दशक से जल वितरण के दौरान विद्युत कटौती करवाता आ रहा है।
-कार्रवाई का प्रावधान फिर भी बचाते हैं
ऐसा नहीं है कि बूस्टर लगाकर पानी चोरी करने वाल शहर के संभ्रात चोरों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान नहीं है। प्रावधान है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। कारण सिर्फ इतना की कार्रवाई करने के लिए पानी की सप्लाई के समय उठकर निरीक्षण करना पडेगा और ऐसा करने पर नींद हराम होगी।
तो अधिकारियों की नींद हराम नहीं होवे इसके लिए जिला प्रशासन में काबिज उपखण्ड अधिकारी जिला कलक्टर के माध्यम से पिछले दस सालों से डिस्काॅम पर दबाव डालकर पानी की सप्लाई के दौरान बिजली की कटौती करवाते आ रहे हैं।
जलदाय विभाग विभाग बूस्टर लगाने वालों का बूस्टर जब्त कर सकता है। ऐसी गलती का तीन बार दोहराव होने पर जल संबंद्ध भी विच्छेद कर सकता है। जलदाय विभाग का आंकडा ही दिखवा लेवें तो यह पता चल जाएगा कि शहर में पानी चोरों के खिलाफ कितनी बार कार्रवाई हुई है।
-काश 30 के बाद भी मिले राहत
मुख्यमंत्री का सिरोही में प्रवास 30 जून तक है। मुख्यमंत्री के आने से पूर्व तैयारियों को देखने के लिए अधिकांश अधिकारी 26 को ही सिरोही में आ चुके हैं। ऐसे में डिस्काॅम ने भी 27 को लाइट काटना मुनासिब नहीं समझा। यह व्यवस्था सिरोही शहर को 30 जून तक मिलती रहेगी। काश मुख्यमंत्री के दौरे में कुछ ऐसा हो जाए कि हर सुबह सिरोही के लोगो की बजाय जलदाय विभाग के अधिकारियों की नींद उडे।