सिरोही। कालन्द्री सरपंच हेमलता शर्मा को चुनाव लडने के लिए योग्य मानने के बाद राजस्थान न्यायालय ने उन्हें सरपंच पद पर बहाल करने के आदेश भी जारी कर दिए, लेकिन जैसे ही मंगलवार को वह न्यायालय के आदेश पर ग्राम पंचायत में पदभार ग्रहण करने पहुंची वैसे ही संबंधित सरकारी कार्मिक ग्राम पंचायत पर ताला लगाकर रवाना हो गया।
आरोप यह है कि नेताजी के हस्तक्षेप से हेमलता शर्मा को राज्य सरकार ने एक पटटे के मामले में पद से बर्खास्त करते हुए चुनाव लडने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था, लेकिन न्यायालय के आदेश पर जब नेताजी ने मुंह की खाई तो मंगलवार को कथित प्रशासनिक हस्तक्षेप करते हुए ग्राम पंचायत बंद करने के बहाने उन्हें कार्यभार नहीं संभलवाया। जबकि खुद सरपंच का कहना है कि उन्होंने न्यायालय के आदेश के बाद कार्यभार संभालने के बारे में मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा विकास अधिकारी को अवगत करवा दिया था। वैसे हेमलता शर्मा के न्यायालय के माध्यम से फिर से बहाल होने पर उनके समर्थकों ने उनका अभिनंदन भी किया। आरोप यह भी है कि नेताजी बुधवार को होने वाले एक उदघाटन कार्यक्रम में कोई खलल नहीं पडे इसे लेकर भी सरपंच की पुनरबहाली से डरे हुए हैं। वैसे राजस्थान उच्च न्यायालय ने हेमलता शर्मा को चुनाव लड्ने के लिये भी योग्य मान लिया है, ऐसी परिस्थिति मे कालन्द्री मे अग्ले साल होने वाले सरपंच पद का चुनाव रोचक हो जायेगा।