सिरोही। जिले की नवी और ग्यारहवी कक्षा का परीक्षा परिणाम भी शनिवार को आया और जिले के कर्मशील प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से किये गए कामों के परिणाम की समीक्षा भी शनिवार को हुई। दोनों में अंतर यही था कि नवी व ग्यारहवी विद्यार्थियों ने मेहनत है या नहीं उसका आंकलन शिक्षक ने किया। लेकिन जिले के कर्मठ प्रशासनिक अधिकारियों ने काम किया या नहीं किया इसका आंकलन खुद इन्हीं अधिकारियों ने कर दिया और परिणाम को सौ से दो सौ प्रतिशत तक बताकर खुद को पशुपालन एवं देवस्थान व जिले के प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी व प्रभारी सचिव आनन्दकुमार के समक्ष श्रेष्ठ, कर्मशील और कर्तव्यपरायणता की मूर्ति बनाकर पेश कर दिया।
मंत्री जी ने कहा, रहें संवेदनशील समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर वी. सरवन कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी.सी. गर्ग व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रहलादसहाय नागा आंकड़ों पर आंकड़े बोले जा रहे थे और आंकड़े भी ऐसे कि आईपीएल में लगने वाले एक-एक छक्के को शर्मींदा कर दें। यह बात अलग है कि जिले में लोग प्रशासनिक अधिकारियों की अकर्मण्यता और राजनेताओं की असंवेदनशीलता से आजीज आ चुके हैं। जिसकी बानगी इसी बैठक के बाहर प्रशासनिक रवैये से परेशान लोगों की भीड़ में देखने को मिल रही थी। खैर अधिकांश आंकड़े अस्सी से दो सौ प्रतिशत तक लक्ष्य प्राप्ति के थे। इस पर प्रभारी मंत्री ने और बेहतर काम अगली बैठक में लाने का निर्देश देते हुए पेयजल समस्या पर विशेष ध्यान देने और जन समस्या के प्रति संवेदनशील होने के निर्देश दिये। प्रभारी सचिव आनन्दकुमार ने भी सरकारी योजनाओं के कामों को और निखारने की दलील दी।
जिला कलक्टर वी.सरवन कुमार ने प्रशासनिक व्यवस्था से अवगत कराया और अधिकारियों को जन प्रतिनिधियों की आंकाक्षा के अनुरूप कार्य करने और किसी प्रकार की कठिनाई आने पर संपर्क करने को भी कहा। इसी तरह के कई आदेश निर्देश और चाय-नाश्ते के साथ जिले में राज्य सरकार के दो प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में वाह-वाह, बाहर जनता की कराह
बैठक में जिला कलक्टर इस बात का निर्देश दे रहे थे कि अधिकारियों को सिर्फ जनप्रतिनिधियों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने को निर्देश दे रहे थे और समस्या निस्तारण नहीं होने पर उनसे मिलने का आश्वासन दे रहे थे तो बाहर बैठक के बाद प्रभारी सचिव आनन्दकुमार के सामने जनता आमजन के प्रति प्रशासन की असंवेदनशीलता की पोल खोल रही थी।
प्रमिला नाम की एक महिला जिला कलक्टर, उपखण्ड अधिकारी, नगर परिषद आयुक्त और नगर परिषद के सफाई निरीक्षक के उसकी समस्या के प्रति संवेदनहीन और टरकाने वाले रवैये की पोल प्रभारी सचिव के सामने खोल रही थी। प्रमिला ने बताया कि उसके घर के पास बरसाती नाले पर अतिक्रमण करके मकान बना लिया है। उपखण्ड अधिकारी से शिकायत की तो उन्होंने नगर परिषद के सफाई निरीक्षक से मिलने को कहा। सफाई निरीक्षक से मिली तो वो यह कहते नजर आए कि उपखण्ड अधिकारी से उन्हीं के नाम ऑर्डर लेकर आओ। कलक्टर से एक बार मिली तो उन्होंने यह काम नगर परिषद का होने की बात कहकर टरका दिया। समस्या निस्तारण नहीं होने पर जब वह जिला कलक्टर से वापस मिलने गई तो कलक्टर ने मिले बिना ही पर्ची पर आयुक्त से मिलने का लिखकर लौटा दिया।
सभापति से मिली तो यह आरोप मढ़ दिया कि शिकायतकर्ता ही उस जमीन पर अतिक्रमण करना चाहते हैं। प्रभारी सचिव आनन्दकुमार ने उसकी समस्या सुनकर वहां मौजूद नगर परिषद के आयुक्त को बुलवाया और इस बारे में पूछा। आयुक्त लालसिंह राणावत यह कहते नजर आए कि बैठकों के कारण वह यह काम नहीं कर पा रहे हैं। इस पर उन्होंने इस काम को करने की समय सीमा मांगी। आयुक्त ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की बात कही तो उन्होंने शिकायतकर्ता की एप्लीकेशन लेकर उस पर शिकायत कर्ता तथा आयुक्त के नम्बर लिख लिये।
बाहर पानी के लिये झेली तपिश, अंदर पी रहे नारियल पानी
प्रशासन जनसमस्याओं को लेकर कितना व्यथित और चिंतित है, इसकी बानगी बैठक के दौरान देखने को मिल गई। बाहर चिलचिलाती धूप में सिरोही की वार्ड संख्या-15 की महिलाएं पेयजल समस्या से आजीज आकर शिकायत करने के लिये बैठी थी। भारतीय किसान संघ के ही पदाधिकारी बरलूट गांव में मात्र छह इंच का कनेक्टर लगाकर गांव की पेयजल वितरण की लाइन में पानी सप्लाई के लिये एक महीने से ज्यादा समय से परेशान होकर शिकायत लेकर पहुंचे थे। बैठक में मंत्री और अधिकारी पानी नहीं नारियल पानी का स्वाद ले रहे थे। इनके लिये बाकायदा कार्मिक हरा नारियल लेकर आए और इसका पानी गिलास में मंत्री, सचिव और पांच छह अधिकारियों को दिया।
कीर समाज के लोग मिले बैठक समाप्ति के बाद कीर समाज के प्रतिनिधि भी प्रभारी मंत्री देवासी से मिले। इन लोगों ने कोदरला में गत महीने सुजाराम हत्याकांड का राजफाश करने की मांग उनसे की। वहीं नरेगा संविदाकर्मियों ने प्रभारी सचिव को ज्ञापन दिया। नर्मदा की चर्चा कहां नर्मदा लाने का वायदा करके जिले में खुदको भगीरथ के रूप में चुनावों में दिखाने वाले प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने समीक्षा बैठक के दौरान नर्मदा के संदर्भ में कोई विशेष बात नहंी की। हां लुम्बाराम चौधरी ने बत्तीसा नाला योजना की बात कही तो देवासी ने भी बत्तीसा नाला परियोजना को रफ्तार देने की बात कही।