सबगुरु न्यूज-बाड़मेर। जोधपुर एसीबी कार्यालय की स्पेशल यूनिट ने बुधवार को सिवाना में डिस्कॉम के तकनीकी सहायक को एईएन की ओर से दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
एईएन के बाड़मेर चीफ इंजीनियर कार्यालय में जाने से उसने रिश्वत ली थी। उसे गिरफ्तार करने के बाद बाड़मेर एसीबी एईएन को चीफ इंजीनियर कार्यालय से गिरफ्तार करके सिवाना लाई।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिरीक्षक वीके सिंह ने बताया कि समदड़ी निवासी हिम्मतमल सोनी पुत्र हस्तीमल सोनी ने एक मई को परिवाद पेश कर बताया कि सिवाना डिस्कॉम के सहायक अभियंता सत्य प्रकाश त्रिवेदी ने उसकी वीसीआर रिपोर्ट फाड़कर पेनेल्टी नहीं लगाने व मीटर लेबोरेट्री में नहीं भेजने के एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। इस पर परिवादी ने 2 मई को सत्यापन के दौरान सहायक अभियंता को 15 हजार रुपये दिए।
बुधवार को शेष 10 हजार रुपए देने के लिए परिवादी ने सिवाना डिस्कॉम कार्यालय पहुंचा। यहां पता चला कि एईएन बाड़मेर चीफ इंजीनियर कार्यालय में मीटिंग के लिए गया है। इस पर परिवादी ने सहायक अभियंता को फोन किया। सहायक अभियंता त्रिवेदी ने डिस्कॉम कार्यालय में कार्यरत तकनीकी सहायक श्यामलाल को यह राशि दे देने के लिए कहा।
जैसे ही परिवादी ने श्यामलाल को 10 हजार रुपए थमाए उसी समय 15 दिन पहले जोधपुर की स्पेशल यूनिट सीआई राजेंद्रसिंह चारण के नेतृत्व में उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। श्यामलाल की गिरफ्तारी के बाद बाड़मेर गए सहायक अभियन्ता को बाड़मेर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस निरक्षक जितेंद्रसिंह मेड़तिया ने एसीबी दल के साथ चीफ इंजीनियर के कार्यालय पर पहुंचकर गिरफ्तार किया। उसे सिवाना डिस्कॉम कार्यलय लाया गया। उनके सरकारी निवास स्थल की तलाशी ली गई तथा मामले की जांच जारी है।