काबुल। अफगानिस्तान में हुए दो आत्मघाती विस्फोटों और गोलीबारी में कम से कम 76 आम नागरिक मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। इस दौरान पांच आतंकवादी भी मारे गए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि घायलों में कई की हालत गंभीर है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, इस देश में मुश्किल स्थिति से गुजर रहे सुरक्षाबलों पर यह ताजा भीषण हमला है। तालिबान ने इन घातक हमलों की जिम्मेदारी ली है। दो हमलों में एक पक्तिया प्रांत के गारदेज शहर में पुलिस को निशाना बनाकर किया गया।
गृह मंत्रालय के अनुसार इस हमले में 41 लोग मारे गए और 158 लोग घायल हो गए। अस्पताल के अधिकारियों ने घायलों के वास्ते रक्तदान का आह्वान किया है। इस बीच पड़ोसी प्रांत गजनी में भी बुधवार को घात लगाकर किए गए एक अन्य हमले में 25 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 10 अन्य जख्मी हो गए हैं।
दिसंबर, 2014 में विदेशी सैन्य बलों के लौट जाने के बाद से तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान की सेना और पुलिस अग्रिम मोर्चे पर है। पिछले एक साल में आतंकवादी हमले से उसे बड़ा नुकसान पहुंचा है।
गारदेज के उप स्वास्थ्य निदेशक शिर मोहम्मद कारिमी ने कहा कि अस्पतालों में बहुत भीड़ है और हम लोगों से रक्तदान का आह्वान करते हैं। डॉक्टर और नर्स घायल महिलाओं, बच्चों और पुलिसकर्मियों की देखभाल करने में जुटे हैं। अस्पतालों में हालत यह है कि गलियारे में भी शव पड़े हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों ने रक्तदान के लिए पहल की है।
गृह मंत्रालय एवं स्थानीय पुलिस के अनुसार पक्तिया पुलिस मुख्यालय के पास प्रशिक्षण केंद्र के समीप दो आत्मघाती कार बम हमलावरों ने जबर्दस्त विस्फोट किया। इसके बाद बंदूकधारी गोलियां दागने लगे।
पक्तिया गर्वनर कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि हमले में हताहत हुए ज्यादातर नागरिक हैं जो अपना पासपोर्ट और पहचान पत्र लेने के लिए पुलिस मुख्यालय आए थे। अधिकारियों के अनुसार आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच करीब पांच घंटे तक मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में सभी पांचों आतंकवादी मारे गए। गारदेज में हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ट्वीट कर ली है।