भोपाल। वैसे तो अक्षय तृतीया अपने आप में शुभ फलदायी मानी जाती है, बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। लेकिन इस बार अक्षय तृतीया पर एक ऐसा दुर्लभ योग बनने जा रहा है, जो इसके महत्व को कई गुना तक बढ़ाएगा।
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस वर्ष यह योग पूरे 11 साल बाद बन रहा है। ऐसे में अक्षय तृतीया अति शुभ फलदायक रहेगी।
पंडित लोकेश भार्गव बताते हैं कि विवाह के लिए अक्षय तृतीया को सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में हजारों वर-वधू फेरा लेते हैं। इस बार अक्षय तृतीया 21 अप्रैल को है और वैवाहिक एवं अन्य मांगलिक कार्यों के लिए इस दिन किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं है, लेकिन इस बार तृतीया पर विशेष योग बन रहा है। इस दिन सूर्य मेष, चंद्रमा वृषभ और गुरु कर्क राशि में रह कर मंगलकारी योग बनाएंगे।
इस दिन कृतिका नक्षत्र, सौभाग्य योग, गर करण, वृष में उच्च के चंद्र हैं। प्रात: 6 बजकर 15 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 तक सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है तथा सुबह 11 बजकर 58 मिनट से सूर्यास्त तक शुभ रवियोग बन रहा है। मध्यान के समय मंगलादित्य व बुधादित्य योग भी बन रहे हैं। ऐसे में यह दिन मांगलिक कार्य, दान-पुण्य तथा भूमि, भवन, वाहन व स्वर्ण की खरीदी के लिए अतिशुभ रहेगा।