नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीवनी के प्रकाशक रोली बुक्स ने शुक्रवार को कहा कि इस किताब पर भारत में कभी प्रतिबंध नहीं लगाया गया, लेकिन स्पेन के प्रकाशक ने पाया कि वर्ष 2008 में इस किताब को बाजार में रखने का समय उपयुक्त नहीं था।
स्पेनी भाषा के लेखक जैवियर मोरो द्वारा लिखित किताब “माई रेड साड़ी” (एल साड़ी रोजो) (मेरी लाल साड़ी) का यहां शनिवार को लोकार्पण किया जाएगा। मूल रूप से यह पुस्तक स्पेन में 2008 में प्रकाशित की गई थी और यूरोप व स्पेन के बाजार में यह बेस्टसेलर बनी।
हालांकि जब प्रकाशक ने इस पुस्तक को भारत लाने का फैसला लिया, तब कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया था। कांग्रेस इस जीवनी को “पूरी तरह काल्पनिक और मनगढंत संलाप” करार दिया था। हालांकि जब प्रकाशकों ने इसे भारत लाने का फैसला लिया तब उन्हें कांग्रेस पार्टी के तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा था।
रोली बुक्स के प्रकाशक और सीईओ प्रमोद कपूर ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि किताब भारत में प्रतिबंधित थी। हमारे प्रकाशन को कभी भी किसी के दबाव का सामना नहीं करना पड़ा। स्पेन के प्रकाशन ने महसूस किया था कि किताब उतारने का यह उचित समय नहीं है। वे इसे प्रकाशित करना नहीं चाहते थे और मैं कांगे्रस पार्टी या वकील से बातचीत करने के लिए मध्यस्थ नहीं था।
कपूर ने जल्दी से यह भी कहा कि किताब किसी तरह के विवादित तत्वों को पेश नहीं करता और सोनिया गांधी के बारे में तथ्यात्मक बातचीत करती है कि उनकी ताकत क्या है और एक विदेशी मूल की होते हुए भी वह किस तरह सत्ता के शिखर तक पहुंचने में कामयाब रही।