नई दिल्ली। जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी के मामले में राजनीति काफी गरमा गई है। छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में शिक्षकों के समूह सहित छात्र संघ ने जेएनयू में शनिवार शाम एक सभा आयोजित की गई।
इस सभा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय माकन, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सहित कई केन्द्रीय नेता भी शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल को एबीवीपी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। राहुल को काले झंडे दिखाए गए। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध में ‘वीसी हाय हाय’ के नारे भी लगाए।
राहुल के प्रति विरोध प्रदर्शन देखते हुए तत्काल ही रजिस्ट्रार ने माइक बंद करने का आदेश दिया। इस दौरान हजारों छात्र संस्थान के परिसर पर मौजूद थे। सभा के आयोजनकर्ताओं ने पुलिस द्वारा छात्र संघ नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि यह संस्थान के अंदर का मामला है। देशद्रोही बयानबाजी करने वाले बाहर के लोग थे।
कन्हैया के पक्ष में अपनी बात रखते हुए छात्रों के समूह ने कहा कि कन्हैया तो मात्र बयानबाजी करने वालों को रोकने के लिए गए थे। लेकिन एबीवीपी सदस्यों द्वारा षड्यंत्र के तहत बने वीडियो को सार्वजनिक किया गया। इसके साथ ही सभा के सदस्यों ने संस्थान परिसर के बाहर तैनात पुलिस को तत्काल रुप से हटाने की मांग की।
इस बीच जेएनयू पहुंचे राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्रों ने कहा कि राहुल को इस मामले में परिसर में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संस्थान के पूर्व छात्र नहीं रहे है, यह संस्थान का एक अंदरुनी मामला है, लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष परिसर में आकर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि सभा होने के पूर्व ही हमारी तरफ से जेएनयू के सुरक्षा अधिकारी को इस बैठक के विरोध में चिट्ठी लिखी गई थी, जिसमें कहा गया था कि बिना अनुमति बाहरी नेताओं को विश्वविद्यालय परिसर में दाखिल होने नहीं दिया जाए।