जावाल (सिरोही)। अग्रवाल वंश प्रवर्तक युग पुरुष अग्रसेन महाराज की 5143वीं जयंती अग्रवाल बंधुओं द्वारा गुरुवार को नीलकंठ महादेव धर्मशाला में अग्रवाल झोरा समाज के अध्यक्ष मक्खनलाल अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में धूमधाम से मनाई गई।
अध्यक्ष मक्खनलाल अग्रवाल ने महाराज अग्रसेन को समाजवाद का सच्चा प्रणेता बताते हुए कहा कि अपने राज्य में महाराज अग्रसेन ने नियम बनाया था कि बाहर से आकर बसने वाले हर व्यक्ति की सहायता के लिए नगर का प्रत्येक निवासी उसे एक रूपया नगद व एक ईंट देगा, जिससे आसानी से उसके लिए निवास स्थान व व्यापार करने के लिए धन का प्रबंधन हो जाए।
उन्होने कहा कि किसी भी राष्ट्र और समाज को उन्नत तथा विकसित बनाने के लिए उसके आर्थिक, सांस्कर्तिक, राजनीतिक एंव सामाजिक स्तम्भ मजबूत होने चाहिए। इन चारों स्तंभों को मजबूत करके ही किसी भी राष्ट्र को प्रगतिशील एंव विकसित देश बनाया जा सकता है।
आज से लगभग 5100 साल पहले महाराजा अग्रसेन जी ने इन्ही चार स्तंभों को मजबूत कर वैभवशाली, कल्याणकारी एंव शक्तिशाली राज्य का निर्माण किया था।
भगवान श्रीराम के पुत्र कुश की 34वीं पीढी के वंशज महाराजा अग्रसेनजी ने 15 साल की अल्प आयु में ही पांडवो की तरफ से महाभारत के युद्द में भाग लिया था साथ ही महाराजा अग्रसेन जी पहले ऐसे शासक थे जिन्होंने पशुबलि बंद करवाई।
इस मौके पर अग्रवाल झोरा पंचायत के अध्यक्ष मक्खनलाल अग्रवाल ने समाज के लोगों को महाराज अग्रसेन के आदर्शो का अनुसरण करने का कहते हुए समाज के लोगों को समाजसेवा में भी अग्रणी रहने का आव्हान किया।
इस अवसर पर समाज के लोगों ने समाजहित की चर्चा करते जावाल में बडी जल्दी धर्मशाला बनाने का निर्णय लिया। समाज द्वारा छात्र छात्राओं के लिए चम्मच दौड प्रतियोगिता, महिलाओं के लिए म्युजिकल चेयर, म्युजिकल पिल्लो और लडकियों के लिए म्युजिकल चेयर प्रतियोगिता का आयोजन रखा गया।
इस अवसर पर प्रकाश भाई अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, कोषाध्यक्ष अम्रत ऐरन, मंत्री कालुराम मनोरा, सचिव भरतकुमार, गोकुलचंद, रतनलाल, बाबूलाल, कमलेश कुमार, अर्जुन कुमार, दिलीप कुमार, सौरभ कुमार, महेन्द्र मोहब्बतनगर, मुकेश पाडीव, गिरीश उड़, मनोहर डोडुआ, भरत वराडा, सौरभ कुमार, विकास अग्रवाल सहित झोरा समाज के सैकड़ों समाज बंधु उपस्थित थे।