नई दिल्ली। करीब 3600 करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में हुए कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी से पूछताछ की। पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि त्यागी ने डील के लिए बिचौलिये से मुलाकात की थी।
मामले से जुड़े मुद्दों पर सीबीआई के पूछताक्ष के सिलसिले में पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी सोमवार को सुबह दस बजे राजधानी स्थित सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उन्होंने अगस्ता हेलीकॉप्टर डील के बिचौलिये से मुलाकात की थी।
इससे पहले देश के हाईकोर्ट के समकक्ष माने जाने वाली मिलान कोर्ट ऑफ अपील ने इस सौदे के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा था कि हेलीकॉप्टर निर्माता फिनमेकेनिका और अगस्तावेस्टलैंड ने किस तरह से इस सौदे को करने के लिए बिचौलियों के जरिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वतें दी थीं।
हांलाकि मामले को लेकर त्यागी से पहले भी सीबीआई ने पूछताक्ष की थी। लेकिन यह पहली बार हुआ है कि इतालवी अदालत के आदेश के बाद उनसे पूछताक्ष की जा रही है। मामले की पूछताछ के लिए सीबीआई ने त्यागी के रिश्तेदारों को भी तलब किया है।
जांच एंजेसी ने त्यागी के खिलाफ आरोप लगाया है कि उन्होंने हेलीकॉप्टर की उड़ान की ऊंचाई को 6000 मीटर से घटाकर 4500 मीटर कर दिया था, जिसकी वजह से अगस्ता वेस्टलैंड बोली लगाने में शामिल की जा सकी थी। हालांकि यह फैसला एसपीजी और प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ कथित तौर पर विचार विमर्श करके लिया गया था जिसमें तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन भी शामिल थे।
मिलान कोर्ट के मिले आदेश में यह बात कही जा रही है कि सौदे में कई स्थानों पर पूर्व वायुसेना प्रमुख का नाम सामने आया है। वही आदेश की प्रति हासिल कर चुकी सीबीआई ने त्यागी से पूछने के लिए सवालों का एक नया सेट तैयार किया। हालांकि त्यागी ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इंकार करते हुए दावा किया है कि यह सीमा घटाने का फैसला वरिष्ठ अधिकारियों के एक समूह ने लिया था।